धनबाद: एयर क्लीन प्राेग्राम के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक बसाें का परिचालन किया जायेगा। शहरी क्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसाें के परिचालन को लेकर फरवरी के पहले सप्ताह से सर्वे शुरू किया जायेगा।
जिसको लेकर नगर निगम ने तैयारी पूरी कर ली है। किस रूट पर कितनी बसें चलेंगी, इसके लिए सर्वे किया जाएगा। दिल्ली की कंपनी क्रेडिबल काे सर्वे और डीपीआर बनाने का काम साैंपा गया है।
कंपनी के प्राेजेक्ट इंचार्ज राेहित ने जानकारी देते हुए बताया कि शहरी और ग्रामीण दाेनाें क्षेत्राें में बसाें के संचालन के मद्देनजर सर्वे के आधार पर रूट और डीपीआर तैयार की जाएगी।
नगर निगम के अनुसार, यह पूरा प्राेजेक्ट 8 साल का है जिसके लिए कुल 929 कराेड़ रुपए निवेश करने की संभावना जताई जा रही है। इस प्राेजेक्ट के तहत धनबाद काे हर साल 40 बसें दी जाएंगी।
किस रूट पर कितनी बसें
सर्वे एजेंसी के प्राेजेक्ट इंचार्ज राहित ने बताया कि रूटाें के संबंध में पहले स्थल निरीक्षण पूरा कर लिया गया है और रूट भी तकरीबन तय कर लिए गए हैं। सर्वे के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाना है।
सर्वे के बाद ही बताया जा सकता है की किस रूट पर कितनी बसाें की आवश्यकता पड़ेगी। विभिन्न रूटाें पर राेजाना कितने लाेग सफर करते हैं, उनमें से कितने बस या ऑटो का इस्तेमाल करते हैं,
कितने लाेग हर दिन जिला मुख्यालय आते है और कितनी देर बाद यहां से लाैटते हैं, इन सारी चीज़ों का आंकलन कर सर्वे रिपाेर्ट तैयार की जाएगी। जिसके आधार पर डीपीआर भी तैयार की जाएगी।
बसाें का परिचालन
क्रेडिबल कंपनी द्वारा की गयी प्रारंभिक सर्वे का रिपोर्ट, रूटाें का ब्लू प्रिंट तैयार कर नगर निगम काे सौंपा जा चूका है।
सर्वे का मुताबिक सभी बसाें का परिचालन जिला मुख्यालय से किया जाएगा। चिरकुंडा, मैथन, निरसा, बरवाअड्डा, राजगंज, ताेपचांची और गाेमाे के लिए धनबाद से बसें चलाई जा सकती हैं।
धनबाद से झरिया, पाथरडीह हाेते हुए सिंदरी और बलियापुर तक, धनबाद से कतरास, धनबाद से भूली, धनबाद से महुदा रूट पर भी बसाें का परिचालन किया जाएगा।