रांची : पद पर रहते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो यानी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने धनबाद के तत्कालीन जेलर अश्विनी तिवारी (Ashwini Tiwari) के खिलाफ पीई (प्रारंभिक जांच) दर्ज कर दी है। जांच शुरू हो गई है। एक अगस्त 2022 को IR दर्ज की गई थी।
देर आईडी ने में 2022 में किया था सस्पेंड
धनबाद में जेलर के पद पर रहते हुए अश्विनी तिवारी को तत्कालीन जेल IG मनोज कुमार ने मई 2022 में निलंबित किया था। धनबाद के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ समीर से अमन सिंह ने धनबाद जेल से रंगदारी मांगी थी।
जांच में यह बात सामने आई कि डॉ समीर (Dr Sameer) से जिस वक्त रंगदारी मांगी गई थी, उस वक्त सीने में दर्द की शिकायत कर वह जेल अस्पताल में चला गया था। वहीं से ही उसने फोन कर रंगदारी मांगी थी।
जेल IG ने जब जेल के CCTV की जांच की, तो पता चला कि जेल अस्पताल में एक ऐसा एरिया था, जिसे CCTV की पहुंच से दूर रखा गया था।
वहीं जाकर अमन ने फोन किया था। जेलर की मिलीभगत का मामला (Jailer’s Collusion Case) जेल IG ने पाया था। इसके बाद 13 मई 2022 को अश्विनी को निलंबित किया था।