धनबाद : बताया जा रहा है कि DGMS की एक्सपर्ट टीम की रिपोर्ट ने यह आगाह किया है कि धनबाद-चंद्रपुरा रेलमार्ग के तीन स्टेशन झरिया की आग (Jharia fire) की चपेट में आ सकते हैं, क्योंकि इन स्टेशनों के करीब यह आग पहुंच चुकी है।
रिपोर्ट रेलवे को सौंपी जा चुकी हो और इससे रेलवे के अधिकारियों में हड़कंप है। जिन तीन रेलवे स्टेशनों तक आग की लपटें पहुंची हैं, वे हैं- बांसजोड़ा, सोनारडीह व अंगारपथरा हैं।
रेलवे के अनुसार वर्तमान समय में धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन के बीच दो दर्जन से अधिक ट्रेनें और कई मालगाड़ियां चल रही हैं। याद कीजिए, भूं-धंसान और आग से खतरे को देखते हुए 19 मई 2017 को 20 माह के लिए ट्रेनों के परिचालन को बंद कर दिया गया था।
मॉनिटरिंग कर रही अधिकारियों की टीम
DMS सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि धनबाद रेल मंडल के अधिकारियों ने यह जानकारी हाजीपुर जोनल मुख्यालय (Hajipur Zonal Headquarters) को दे दी गई है। वहां से रेलवे बोर्ड के चैयरमैन को अवगत करा दिया गया है।
अधिकारियों की टीम धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन की मॉनिटरिंग कर रही है। तीन शिफ्ट में परिचालन विभाग के कर्मचारी पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं। तीन स्टेशनों के करीब रेलवे लाइन से कुछ दूरी पर आग और धुआं देखने को मिल रहा है।
रेलवे लाइन को अभी अधिक खतरा नहीं
धनबाद रेल मंडल के सीनियर DEN (समन्वय) अमित कुमार का कहना है कि झरिया की आग भले ही भीतर ही भीतर जमीन के नीचे डीसी लाइन तक पहुंच गई है, लेकिन आग अभी रेल पटरी से काफी दूर है
जमीन के काफी नीचे भी है। रेलवे लाइन को अभी अधिक खतरा नहीं है। जहां आग लगी है, उसपर काबू पाने का प्रयास हो रहा है। आग लगने वाले स्थान के आसपास आबादी होने से बुझाने में दिक्कत हो रही है।
जिला या रेलवे प्रशासन की ओर से उन्हें हटाया जाता है, तो लोग फिर वहीं बस जाते हैं। DC लाइन का विकल्प तैयार करने के लिए मतारी से तेलो-दुगदा के बीच नई लाइन बिछाने की रणनीति बनी है। राइट्स की डीपीआर रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई रेलवे बोर्ड (Railway Board) के निर्देश पर होगी।