धनबाद: बिजली विभाग की लापरवाही ने एक हंसता-खेलता परिवार बर्बाद कर दिया।
जी हां, 8 नवंबर को धनबाद जिले के बिहार टॉकीज स्थित तीन मंजिला मकान में 11 हजार वोल्ट के बिजली तार की चपेट में आकर परिवार के 5 सदस्य बुरी तरह झुलस गए थे।
इसमें 14 वर्षीया मासूम सानवी रानी सात दिनों तक रांची स्थित देवकमल हाॅस्पिटल में जिंदगी और मौत से जूझती रही, आखिरकार रविवार की रात करीब 2ः30 बजे वह अपनी जंग हार गई।
इतना ही नहीं, करंट में झुलसी सुरेश प्रसाद की बड़ी बहू 34 वर्षीया सुनीता देवी, 10 वर्षीया वंशिका, डेढ़ साल का सत्यम, 22 वर्षीया सूजल अब भी अस्पताल में ही इलाज करवा रहे हैं। वहीं, अस्पताल में ही सानवी की मौत हो गई।
परिजनों के चित्कार से सहमा अस्पताल कैंपस, नहीं थम रहे आंसू
रांची पिस्का नगरी निवासी पिता विश्वजीत केसरी, दादा गणेश प्रसाद केसरी, दादी माया देवी, मां सुजाता केसरी और छोटे भाई 5 वर्षीय सुजल और बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। दादी माया देवी दहाड़मार कर रोने लगी।
कहने लगी कि भगवान की कैसी लीला है, जो बूढ़ी दादी को छोड़कर एक छोटी बच्ची को अपने पास बुला लिया है, यह कैसा न्याय है, वह भगवान को कोस रही थी।
इस तरह की बात सुनकर रांची पिस्का नगरी आसपास रहने वाले के आंसू भी नहीं थम पाए। रांची स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, झरिया से नाना सुरेश प्रसाद केसरी, नानी लाल मुन्नी देवी भी रांची पहुंचकर दहाड़ मार कर रोने लगे।
बिजली विभाग के खिलाफ लोगों में आक्रोश, मामला दर्ज
इधर, घटना के बाद से लोगों का आक्रोश बिजली विभाग के प्रति काफी देखा गया। लोगों का कहना है कि घनी आबादी के बीच बिना केबल के 11000 वोल्ट का बिजली तार नहीं पार किया जाता।
विभाग की लापरवाही का नतीजा है कि एक परिवार उजड़ गया। सुरेश प्रसाद केसरी के पुत्र राहुल केसरी, मृतका सानवी रानी की मां सुजाता केसरी ने झरिया थाना में बिजली विभाग के खिलाफ लापरवाही का शिकायत की है। झरिया पुलिस ने बिजली विभाग के ऊपर मामला भी दर्ज कर लिया है।