धनबाद: उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने शुक्रवार को समाहरणालय के सभागार में ई-समाधान पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की समीक्षा की। उन्होंने सभी विभाग के कार्यालय प्रधान को प्राप्त शिकायतों का त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि आमजनों की शिकायतों का पारदर्शी, त्वरित और समयबद्ध तरीके से निवारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ई-समाधान पोर्टल को विकसित किया गया है।
उन्होंने राजस्व, जाति प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, पेयजल, बिजली और नगर निगम समेत अन्य विभागों से संबंधित शिकायतों की समीक्षा की।
उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि ज्यादा से ज्यादा शिकायतों को ई-समाधान के पोर्टल पर दर्ज करवाएं।
साथ ही कहा कि कई विभागों में शिकायतें समय सीमा के अंदर निष्पादित नहीं हो रही है।
उन्होंने उन सभी संबंधित पदाधिकारियों को अविलंब ओवरड्यू शिकायतों का निष्पादन करने का निर्देश दिया।
साथ ही भूमिहीन परिवारों द्वारा समर्पित भू-बंदोबस्ती से संबंधित आवेदनों पर गंभीरता से विचार करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उन्होंने स्पष्ट तौर पर सभी को निर्देश दिया कि अधूरे प्रतिवेदन वाले शिकायतों को बंद ना करें।
शिकायतों का निष्पादन करने के समय संबंधित दस्तावेज अवश्य अपलोड करें।
यदि किसी पदाधिकारी द्वारा इसकी पुनरावृति की जाती है तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने गंभीरता से कार्य करने वाले और ससमय शिकायतों का निष्पादन करने वाले पदाधिकारियों की सराहना की। साथ ही बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने ताली बजाकर ऐसे पदाधिकारियों का अभिवादन किया।
बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था चंदन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी भोगेन्द्र ठाकुर, पुलिस उपाधीक्षक सीसीआर जगदीश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ. गोपाल दास, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी ईशा खंडेलवाल, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, डीएमएफटी पीएमयू के सदस्य, कार्यपालक दंडाधिकारी दीपमाला, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अदिति सिंह समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।