धनबाद: कोरोना संक्रमण का दायरा इस कदर बढता जा रहा है कि अब अस्पतालों में बेड तक कम पड़ने लगे हैं और इस दौरान भर्ती होने के लिए कोरोना पाॅजिटिव मरीज शहर के अस्पतालों के चक्कर काटते हुए वायरस फैलाता जा रहा है।
जी हां, धनबाद जिले के विशुनपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 15 वर्षी किशोर कोरोना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद चार दिनों तक भर्ती होने के लिए सिटी के अस्पतालों की दौड़ लगाता रहा।
इस दौरान वह ऑटो में बैठकर सिटी के अलग-अलग इलाकों के अस्पतालों में घूमता रहा।
अंततः थक-हार कर वह फिर से एसएनएमसीएच के ओपीडी पहुंचा, जहां कर्मियों को पूरी बात बताई तो उन्होंने एंबुलेंस मंगवाकर किशोर को भूली क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया।
इतना ही नहीं, कोरोना रिपोर्ट में उसकी उम्र 15 साल के बजाय 50 वर्ष दर्ज थी।
क्या है मामला
परिजनों ने बताया कि किशोर 31 मार्च को एसएनएमएमसीएच के चर्म रोग विभाग के ओपीडी में इलाज कराने गया था।
वहां इलाज से पहले कोविड जांच के लिए उसका सैंपल लिया गया।
अगले दिन उसे फोन करके बताया गया कि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव है। साथ ही कोविड अस्पताल में भर्ती होने के लिए भी कहा गया।
अब किशोर कैथलैब स्थित कोविड अस्पताल पहुंचा, लेकिन बेड खाली नहीं होने का हवाला देकर उसे सेंट्रल अस्पताल जाने को कहा गया। अगले दिन वह सेंट्रल अस्पताल पहुंच गया, लेकिन वहां कोई कुछ बतानेवाला ही नहीं मिला।
तीसरे दिन वह सदर अस्पताल गया, पर वहां भी उसकी किसी ने नहीं सुनी तो घर लौट गया।
इसके बाद थक हार कर वह मंगलवार को फिर से एसएनएमएमसीएच के ओपीडी पहुंचा, जहां से कर्मियों ने उसे भूली क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती करवाया।