धनबाद: जिले के बाघमार प्रखंड के महुदा बजार रेलवे कॉलोनी में शुक्रवार को प्राचीन परंपरा टूट गई। पुत्र के अभाव में एक पत्नी ने पति को मुखाग्नि दी। वह दूसरे अन्य कर्मकांड भी करेगी।
बताया गया है कि महुदा रेलवे कॉलोनी निवासी के. श्रीनिवास राव की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
वह टेक्निशियन ग्रेड एक के पद पर भागा के फिल्टर हाउस में कार्यरत था।
वह कुछ दिनों से बीमार था और के. मेमोरियल अस्पताल में इलाजरत था। अंतिम संस्कार के दौरान उसकी पत्नी विजया लक्ष्मी ने बारकी स्थित दामोदर नदी घाट पर उसे मुखाग्नि दी।
मृतक की पत्नी विजया लक्ष्मी ने कहा कि हमारी सिर्फ एक पुत्री है।
हम लोगों के रीति रिवाज के अनुसार लड़की मुखाग्नी नहीं कर सकती है। इसीलिए मुझे यह कार्य करना पड़ा।
मृतक के परिजन आंध्र प्रदेश राज्य शिरका कालम जिला के पात पटनम गांव के रहने वाले है।
अंतिम संस्कार में समाज के कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
इस मौके पर देवेंद्र नाथ राय, सुरज कुमार हरि, के. पापा राव, रामा शंकर पासी, ललन रजक, अजय शर्म, जग्गा, छोटेलाल, बिनोद कुमार, परीखित, सुभास महतो, प्रहलाद महतो और रविन्द्र नाथ मुखर्जी आदि लोगों ने योगदान दिया।