धनबाद: पुलिस को प्रिंस खान गैंग (Prince Khan Gang) के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस गिरोह में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले नसीम अंसारी (Naseem Ansari) सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से अत्याधुनिक हथियारों के साथ भारी मात्रा में कारतूस और अन्य समान बरामद हुए हैं।
धनबाद SSP संजीव कुमार (SSP Sanjeev Kumar) ने मंगलवार को बताया कि दो अक्टूबर की शाम आठ बजे गुप्त सूचना के आधार पर गोविंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जीटी रोड पर बाइक सवार तीन लोगों को पकड़ा गया जबकि एक अन्य भाग निकला। पकड़े गए अपराधियों में धनबाद के कतरास निवासी नसीम अंसारी (44), गिरिडीह के बिरनी निवासी सद्दाम अंसारी (33), धनबाद के जोगता निवासी राजू अंसारी (32) और धनबाद थाना क्षेत्र निवासी विकास सिंह (41) शामिल हैं।
इनके पास से 5 ऑटोमेटिक पिस्टल, 1 देशी कट्टा, 56 जिंदा कारतूस, 2 सुतली बम, 3 मोबाइल फोन, जियो कंपनी का 1 राउटर, 50 हजार रुपये नकदी, बिना रजिस्ट्रेशन का एक काला पल्सर बाइक और नसीम अंसारी का फर्जी वोटर कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मूल आधार कार्ड, डेबिट-क्रेडिट कार्ड बरामद हुआ।
सभी विशेष रूप से प्रिंस खान के लिए करते थे काम
पकड़े गए नसीम अंसारी की निशानदेही पर धनबाद थाना के सहयोग से विकास सिंह को दो बंदूक और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि ये सभी विशेष रूप से प्रिंस खान के लिए काम करते थे। नसीम खान अपना फर्जी नाम मेजर बताता था और इसी नाम से व्यापारियों को डराया भी करता था।
वह 2015 में पेरोल पर रिहा होने के बाद पश्चिम बंगाल में रजी अहमद के नाम से फर्जी पहचान पत्र इत्यादि भी बनवाकर वहां रह रहा था।
SSP ने बताया कि नसीम (Naseem) ने रंगदारी के लिए तोपचांची थाना क्षेत्र अंतर्गत शेरे पंजाब होटल में बमबारी, गोविंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खालसा होटल में बमबारी जैसे अन्य घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि कुछ सफेदपोश भी इनकी मदद कर रहे थे, जिनके खिलाफ भी पुलिस साक्ष्य जुटा रही है।