Dhanbad/धनबाद: अपराधियों का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि अब मोहल्ले की युवती को सरेशाम घर के पास से अगवा करने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं।
जी हां, कुम्हारडीह इलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 20 वर्षीया युवती को घर के पास से अगवा कर जंगल में ले जाकर दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है।
इतना ही नहीं, आरोपित के इशारे पर सहयोगियों ने घटना को दबाने का भी प्रयास किया। उन्होंने पंचायत में पीड़िता पर समझौते का दबाव बनाया।
इन्कार करने पर पीड़िता और रिश्तेदारों की पिटाई भी कर दी। काफी प्रयास के बाद पीड़िता ने डीएसपी सरिता मुमरू को घटना की जानकारी दी। तब प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म, पिटाई और एससी-एसटी एक्ट की धारा में प्राथमिकी दर्ज की है।
क्या है मामला
अनुसूचित जाति की युवती ने शिकायत में कहा कि 12 मार्च को वह बस्ताकोला से लौट रही थी।
शाम साढे सात बजे घर के पास पहुंची तो पास का राहुल विश्वकर्मा उसे जबरदस्ती उठाकर जंगल की ओर ले गया। वहां उसके साथ दुष्कर्म किया। किसी तरह वह घर लौटी और स्वजनों को घटना की जानकारी दी।
घरवालों ने जब राहुल के परिवार को इसकी जानकारी दी तो उसके पिता रवींद्र विश्वकर्मा ने पंचायत में फैसला करने की बात कहीं।
पंचायत में पीड़िता और उसके माता-पिता की राहुल विश्वकर्मा, रवींद्र विश्वकर्मा, विमल देवी, पारस विश्वकर्मा, जितेंद्र विश्वकर्मा, शुभम विश्वकर्मा और अरविंद विश्वकर्मा ने पिटाई कर दी।
धमकी दी कि यदि चालाक बनने की कोशिश की तो फिर सभी को मारेंगे। आरोपित उसे प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए बाहर नहीं निकलने दे रहे थे।