Diabities and Food to Avoid: डायबिटीज एक ऐसे बीमारी है जो ताउम्र रहती है तथा इसमें मरीजों को विशेष खानपान का ध्यान रखने की जरुरत होती है। खानपान में यदि बेहतर संयम बरता जाए तो डायबिटीज की बीमारी कंट्रोल में रहेगी और आप जीवन की सारी गतिविधियां आसानी से जारी रख सकते हैं। याद रखिए, कुछ ऐसे भी खाने की चीजे हैं, जिनका सेवन करना Diabities के मरीजों को न करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा ज्यादा Sugar वाले ड्रिंक्स, पैक्ड फूड प्रोडक्ट्स को अपनी Diet से हटा देना चाहिए, क्योंकि इससे Blood Sugar का लेवल बढ़ता है।
हालांकि, कुछ ऐसे फूड प्रोडक्ट्स हैं, जो शुगर स्पाइक्स की वजह नहीं बन सकते हैं, लेकिन खराब Insulin, Cholestrol में बढ़ोतरी और Metabolism को स्लो कर सकते हैं।
यह बताने का मतलब ये नहीं है कि आप इन्हें कभी नहीं खा सकते हैं, लेकिन कभी-कभी इनका कम मात्रा में सेवन कर सकते हैं।
CURD
Curd का सेवन हमारे शरीर में कफ दोष को बढ़ा सकता है, जिससे वजन ज्यादा हो सकता है और Metabolism धीमा हो सकता है। दही के पोषक तत्वों के अवशोषण को भी प्रभावित कर सकता है और Cholesterol के लेवल को बढ़ा सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार, दही की प्रकृति गर्म होती है, न कि ठंडी, जैसा कि लोग मानते हैं। यह पचने में भारी और चिपचिपा होता है। यह शरीर में कफ दोष को बढ़ाता है, जिससे कफ बढ़ता है और यहां तक कि कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol ) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) भी बढ़ सकते हैं।
इसलिए, डायबिटीज, मोटापा, कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए दही से बचना सबसे अच्छा है और खराब इंसुलिन वालों को भी परहेज करना चाहिए। आप दही के बजाय, छाछ, जो ज्यादा पानी मिलाकर तैयार किया जाता है, उसका सेवन भी कभी-कभी कर सकते हैं।
WHITE SALT
सफेद नमक सीधे तौर पर चीनी में बढ़ने की वजह नहीं बनता है, लेकिन यह डायबिटीज वाले लोगों के लिए ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ा सकता है, जो आगे चलकर दिल से जुड़ी समस्याएं, किडनी की बीमारी या स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
Diabities वाले लोगों में हाई Blood Pressure से प्रभावित होने की ज्यादा संभावना होती है, जिससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, किडनी की बीमारी और अन्य खतरा बढ़ जाता है।
नमक का सेवन Blood Sugar को प्रभावित नहीं करता है, लेकिन नमक को कम करना या सफेद नमक के बदले सेंधा नमक का इस्तेमाल करना सही रहता है।
JAGGERY
गुड़ को डायबिटीज मरीजों के लिए चीनी के मुकाबले एक सेफ ऑप्शन माना गया है, लेकिन यह फिर भी चीनी स्पाइस का कारण बन सकता है।
चीनी से परहेज करना चाहिए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चीनी के समान या ज्यादा मात्रा में गुड़ का सेवन करने से चीनी में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे यह शुगर रोगियों के लिए एक अनहेल्दी ऑप्शन बन सकता है।
गुड़ चीनी के मुकाबले में 100% ज्यादा हेल्दी है, क्योंकि इसके विपरीत चीनी, गुड़ बिना केमिकल्स के नेचुरल प्रोसेस से बनाया जाता है और पोषण से भरपूर होता है। इसलिए आपको गुड़ का सेवन करना चाहिए, लेकिन यह भी सीमित मात्रा में करना जरूरी है।