सरायकेला : जिले के राजनगर प्रखंड अंतर्गत बांदु पंचायत के चंवराडीह गांव में डायरिया फैलने से करीब डेढ़ दर्जन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले नवंबर में भी गांव में डायरिया फैला था। वहीं, बीते कई दिनों से इलाजरत डायरिया पीड़ित चंवराडीह गांव के अखड़ा टोला निवासी नाथो मुर्मु (75) की मंगलवार को मौत हो गयी।
हालांकि, डॉक्टरों की टीम द्वारा दो बार गांव में कैंप लगाकर डायरिया से पीड़ित मरीजों का इलाज किया गया और उन्हें दवाइयां भी दी गयी हैं, लेकिन धीरे-धीरे बीमारी की रफ्तार इतनी तेज हो गयी कि अब गांव के लोगों में इस बीमारी के प्रति भय का माहौल व्याप्त हो गया है।
प्रतिदिन इस गांव में कोई न कोई बीमार पड़ रहा है। बुजुर्ग, युवा या बच्चे, सभी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इस बीमारी के फैलने का मुख्य कारण गांव में इस्तेमाल हो रहे कुएं या नलकूप का गंदा पानी है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गांव के दूषित जल में ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव भी कराया गया है। इसके बाद भी डायरिया के मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है।
बताया जा रहा है कि राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 20 मरीज ऐसे हैं, जो डायरिया बीमारी से ग्रसित हैं। इनमें ज्यादातर चंवराडीह गांव से हैं, जिनमें महिला, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं।