नई दिल्ली: जनवरी में श्रीनगर में अपनी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Joro Yatra) के भाषण में राहुल गांधी द्वारा यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment)के पीड़ितों के बारे में उल्लेख किए जाने के बाद, दिल्ली पुलिस (Delhi Police) दो बार उनसे मिलने उनके घर गई और विवरण प्राप्त करने के लिए नोटिस देने को घंटों इंतजार किया।
Delhi Police के एक सूत्र ने कहा कि कांग्रेस सांसद को बुधवार को नोटिस दिया गया।
इसके पहले वह मंगलवार को पुलिस ने तीन घंटे तक इंतजार किया था। लेकिन राहुल से मिल नहीं पाई थी।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा, 16 मार्च को फिर से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उनके आवास पर गए और डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद नोटिस दिया।
प्रश्नावली की सूची भेजने के बाद जारी किया नोटिस
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट (Social Media Post ) का संज्ञान लेने और प्रश्नावली की सूची भेजने के बाद नोटिस जारी किया गया।
अधिकारी ने कहा, दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को उन पीड़ितों के बारे में विवरण देने के लिए नोटिस जारी किया है, जिन्होंने उनसे यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment)के संबंध में संपर्क किया था।
पुलिस ने उनसे इन पीड़ितों का विवरण देने को कहा है, ताकि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा सके।
विपक्ष की भूमिका को कमजोर करने के लिए ताजा हमला
नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस (Congress) ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM modi) और गौतम अदानी (Gautan Adani) के संबंधों पर राहुल गांधी के सवालों से परेशान सरकार पुलिस के पीछे छिप गई है।
बयान में कहा गया है, हम कानून के अनुसार उचित समय पर नोटिस का जवाब देंगे।
यह नोटिस लोकतंत्र, महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment), अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और विपक्ष की भूमिका को कमजोर करने के लिए उनका ताजा हमला है।