अमेठी: सारस पक्षी (Stork Bird) को अपने साथ रखने वाले UP के अमेठी (Amethi) के रहने वाले मोहम्मद आरिफ (Mohammad Arif) की मुश्किलें बढ़ने वाली है।
उनपर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (Wildlife Protection Act) के उल्लंघन के तहत केस दर्ज हुआ है। साथ ही Arif को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है।
यह Notice उप प्रभागीय वनाधिकारी गौरीगंज अमेठी (Divisional Forest Officer Gauriganj Amethi) की ओर से भेजा गया है।
इस नोटिस में उन पर आरोप लागाया गया है कि उन्होंने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम (Animal Protection Act) की धारा 2,9, 29,51 और 52 का उल्लंघन किया है।
आरिफ ने सारस की बचाई थी जान
आरिफ की सारस से साल 2022 के अगस्त महीने में उस समय हुई थी मुलाकात, जब वो जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था।
Arif ने इसकी जान बचाकर पक्षी के मन में अपने लिए प्रेम (Love) जगाया था।
करीब एक साल से सारस आरिफ और उनके परिवार के साथ ही रह रहा था। करीब एक महिने पहले सारस और आरिफ की दोस्ती सोशल मीडिया (Social Media) के जरिए चर्चा में आई थी।
वन विभाग की टीम ने सारस को चिड़ियाघर भेजा
बीते दिनों वन विभाग (Forest Department) की टीम सारस को रायबरेली (Rae Bareli) के समसपुर पक्षी विहार (Samaspur Bird Sanctuary) लेकर चली गई थी।
अब सारस को नया ठिकाना मिल गया है। उसे Samaspur Bird Sanctuary से उन्नाव और उसके बाद Kanpur Zoo लाया गया है।
इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने Twitter पर एक Video शेयर करते हुए लिखा, “चिड़ियाघर में बंद परिंदा… ये कैसी आजादी है?”।
अखिलेश यादव ने BJP पर साधा निशाना
पूर्व CM अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सारस के बंद पिजरे का Video Tweet करते हुए लिखा, “सारस को तो कानपुर चिड़ियाघर (Kanpur Zoo) भेज दिया… “क्या गोलू को भी गोरखपुर चिड़ियाघर (Gorakhpur Zoo) भेजेंगे?”
इससे पहले अखिलेश यादव ने Tweet कर कहा था, ‘UP के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गांव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें UP की सरकार नाकाम रही। सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… BJP अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए।’
सारस को क्वारंटाइन रखा जाएगा
कानपुर चिड़ियाघर (Kanpur Zoo) की टीम ने बताया कि सारस को पक्षी विहार की टीम द्वारा यहां लाया गया है। इसे 15 दिन Quarantine रखा जाएगा।
इसके बाद इसको चिड़ियाघर (Zoo) के उस बड़े हिस्से में छोड़ा जाएगा, जहां वो पेड़ों पर बैठ सकेगा।
चिड़ियाघर प्रशासन (Zoo Administration) ने बताया कि सारस एकदम स्वस्थ है और Protocol के चलते 15 दिन की निगरानी में है।
यहां केयर टेकर (Care Taker) के अलावा किसी को जाने की अनुमति नहीं है।