नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सोमवार को कहा कि उनके जैसे लोगों ने खरगोन में हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने के लिए झूठ फैलाना शुरू कर दिया है।
सिंह के ट्वीट का हवाला देते हुए मिश्रा ने कहा कि कसाब को हिंदू कहने वाले ने फिर से झूठ फैलाना शुरू कर दिया। जहां मैं था वहां कोई दंगा नहीं हुआ, और हां, अगर जांच की जाए तो एक जिहादी और उसके पीछे छिपे कांग्रेसी का ही नाम आएगा।
जिहादियों ने पथराव किया और आग लगा दी। दिग्विजय जैसे लोगों ने उन्हें बचाने के लिए झूठ फैलाना शुरू कर दिया है।
मिश्रा ने आईएएनएस को बताया कि वह उस जगह से 40 किलोमीटर दूर थे, जहां झड़प हुई थी। मिश्रा ने कहा कि मैं खरगोन के दूसरे हिस्से के एक गांव में था, जो उस जगह से 40 किलोमीटर दूर है जहां हिंसा हुई थी।
जिस कार्यक्रम में मैं शामिल हुआ वह शांतिपूर्ण था और इसे सोशल मीडिया पर मेरी टाइमलाइन पर देखा जा सकता है।
मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी जुलूस में हिंसा के दौरान भाजपा नेता मिश्रा के मौजूद होने की बात बताते हुए एक समाचार रिपोर्ट साझा करते हुए, दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि कपिल मिश्रा जहां भी कदम रखते हैं, वहां दंगे होते है। क्या इसकी जांच होगी?
खरगोन में, रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया, जिससे आगजनी की घटनाएं भी हुईं।
वहां कुछ वाहनों में आग लगा दी गई, जिससे अधिकारियों को तीन क्षेत्रों में कर्फ्यू और पूरे शहर में सीआरपीसी की धारा 144 को लागू करना पड़ा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे थे।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पथराव के दौरान कुछ पुलिस कर्मी और लोग घायल हो गए थे।
जुलूस पर एक विशेष समुदाय के लोगों ने हमला किया था, जिन्होंने जुलूस के दौरान जोरदार डीजे संगीत बजाने पर आपत्ति जताई थी। इसके परिणामस्वरूप दो समुदायों (हिंदू-मुस्लिम) के बीच टकराव हुआ, जिसके बाद पथराव की सूचना मिली थी।
पुलिस को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा और हंगामा कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। कुछ अन्य स्थानीय पुलिस थानों से अतिरिक्त बलों को अलर्ट किया गया और मौके पर तैनात किया गया।