रांची में आईएमए सेक्रेटरी से रंगदारी मामले में दिनेश गोप ने जारी की प्रेस रिलीज, कहा- भगत नाम का कोई आदमी संगठन में नहीं
न्यूज़ अरोमा रांची: आईएमए सचिव डॉक्टर शंभू सिंह से पीएलएफआई के नाम पर 20 लाख की लेवी मांगे जाने का पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने खंडन किया है। इसे लेकर दिनेश गोप ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है। दिनेश गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि शंभू प्रसाद सिंह को संगठन के द्वारा लेवी नहीं मांगा गया है। संगठन में भगत नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है।
पीएलएफआई संगठन इसका खंडन करता है। कोई चोर गिरोह होगा संगठन ऐसा घिनौना काम नहीं करता है।
सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर मांगी थी 20 लाख की लेवी आईएमए सचिव के सचिव शंभू सिंह पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर बुधवार को 20 लाख की रंगदारी मांगी गई थी।
शंभू सिंह को भगत जी के नाम से पत्र और फोन कर कहा गया है कि शंभू जी आपको सूचित किया जाता है कि संगठन की ओर से भेजे पत्र पाते हैं। आप 24 घंटे के अंदर संपर्क करें अन्यथा नहीं करने पर अंजाम आपके सामने होगा।
पुलिस को सूचना देने पर गंभीर परिनाम भुगतने को कहा गया हैं। मामले को लेकर कांके थानेदार विनय कुमार जांच कर रहे हैं। बुधवार को मामले की शिकायत थाने में और वरीय अधिकारियों को की गयी थी।
पुलिस को हो रहा इस बात का संदेह
पीएलएफआई द्वारा पर्चा जारी कर रंगदारी से इन्कार को पुलिस संदेह की दृष्टि से देख रही है। पुलिस यह भी मानकर चल रही कि पीएलएफआई ने जांच भटकाने के लिए तो रंगदरी की घटना से इन्कार नहीं किया है।
बता दें कि इधर, हाल के दिनों में रंगदारी की कई घटनाएं सामने आई जिनमें प्रत्यक्ष रूप से दिनेश गोप का नाम सामने आया है। टेंट हाउस के मालिक के घर पर रंगदारी के लिए फायरिंग तक की जा चुकी है। ऐसे में इस आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि किसी अपराधी ने पीएलएफआई के नाम पर रंगदारी मांगने की कोशिश की हो।