इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को इस्लामाबाद में युद्धग्रस्त देश की शांति प्रक्रिया पर अफगानिस्तान की हिज्ब-ए-वहदत-ए इस्लामी पार्टी के नेता करीम खलीली संग बातचीत की।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बयान में विदेश मंत्री ने कहा है कि सोमवार को पूर्व उपराष्ट्रपति खलीली तीन दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान पहुंचे।
इस बयान के मुताबिक, कुरैशी ने इन दिनों कतर में चल रही इंट्रा-अफगानिस्तान वार्ता में हो रहे विकास को भविष्य की राजनीति के लिए एक अच्छा लक्षण माना।
बयान में कुरैशी के हवाले से कहा गया, पाकिस्तान लंबे समय से यह मानता आ रहा है कि अफगानिस्तान में जारी संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं है, बल्कि नेताओं से व्यापक बातचीत कर राजनीतिक समझौता ही इसका एकमात्र समाधान है।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान संग बातचीत कर जो भी निर्णय निकलकर आएगा पाकिस्तान द्वारा उसे स्वीकार किया जाएगा और काबुल के नेतृत्व के लिए इंट्रा-अफ्रगानिस्तान वार्ता देश में शांति बहाल करने का एक अनोखा मौका है।
कुरैशी ने कहा, हमारा मानना है कि अफगानिस्तान में स्थिरता और शांति के साथ ही यहां स्थिति सामान्य होगी।
कुरैशी ने खलीली से कहा कि पाकिस्तान द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए उपायों पर विचार-विमर्श कर रहा है और देश ने अफगान नागरिकों के लिए एक उदार वीजा नीति की भी पेशकश की है।
बयान के मुताबिक, खलीली ने अफगान शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान की भूमिका की सराहना की।