नई दिल्ली: दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर एक बार फिर पुलिस और किसानों के बीच विवाद की स्थिती बन गई।
26 जनवरी से गायब एक किसान के बारे में कोर्ट का नोटिस लेकर धरनास्थल पर पहुंचे पुलिसकर्मी को प्रदर्शनकारियों ने पीट दिया।
इसके बाद वहां तैनात पुलिसकर्मी उसे बचाने पहुंचे तो धरने पर बैठे लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। किसी तरह मामला सामान्य किया गया।
पीड़ित पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने उसके बयान पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद से बलजिन्द्र नामक किसान गायब है। इसको लेकर नांगलोई थाने में किसान के अपहरण का मामला दर्ज है।
इसी मामले में कोर्ट से आए नोटिस और गुमशुदा प्रदर्शनकारियों के पोस्टर चस्पा करने के लिए नांगलोई थाने में तैनात हेड कांस्टेबल जितेन्द्र राणा को आंदोलनस्थल पर भेजा गया था।
जितेन्द्र राणा वहां पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने उनका विरोध शुरू कर दिया और लाठी डंडों से हमला कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हेडकांस्टेबल जितेन्द्र की जमकर पिटाई की।
इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने वहां पहुंचकर उन्हें बचाया और अपनी ओर ले आए।
जिसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में जितेन्द्र का उपचार चल रहा है।
पुलिस ने उनके बयान पर केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।