नई दिल्ली: कोरोना वायरस को सरकार का स्कैम बताने वाले और इस महामारी को हल्के लेने वालों को केंद्र सरकार ने आगाह किया है कि वे इसे हल्के में लेने की भूल ना करें।
ऐसे लोगों के लिए केंद्र सरकार ने उन लोगों को सख्त हिदायत जारी की है। सरकार का कहना है कि ऐसी बातों पर भरोसा ना करें और नियमों का सख्ती से पालन करें।
दरअसल ऐसी कई खबरें आ रही हैं जिसमें लोग कोरोना नियमों का पालन करने के मना करते हुए इसे एक स्कैम यानी घोटाला बता रहे हैं।
इस पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम इस तरह की प्रतिक्रियाएं देखते हैं कि ‘कोराना एक घोटाला है, मुझे मास्क की जरूरत नहीं है, इसके आगे भी जिंदगी है’ नियमों का पालन कीजिए क्योंकि हम थक सकते हैं लेकिन वायरस नहीं थकता है.”
मंत्रालय ने बताया कि ये एक सच्चाई है कि देश के कुछ राज्यों जैसे राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की दूसरी लहर पिछले साल की तुलना में पांच गुना ज्यादा चरम पर है।
छत्तीसगढ़ में ये पिछले साल की तुलना में 4.5 गुना और दिल्ली में 3.3 गुना ज्यादा है।
सरकार ने माना कि दूसरी लहर में संक्रमण बढ़ने की दर काफी तेज है, जिससे स्वास्थ्य ढांचे पर काफी दबाव पड़ा है।
रेमेडिसविर को केवल मध्यम या गंभीर कोवीड मामलों में ही दिया जाना चाहिए। साथ ही इसे देने का निर्णय चिकित्सा पेशेवर द्वारा लिया जाना चाहिए और केवल एक अस्पताल में ही दिया जाना चाहिए।
लक्षण दिखने के कम से कम 10 दिन बाद और 3 दिनों तक बुखार न आने पर ही किसी मरीज को अपना होम आइसोलेशन खत्म करना चाहिए।
होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद टेस्ट कराने की कोई आवश्यकता नहीं है।मंत्रालय ने कहा, कि कर्नाटक, केरल, बंगाल, तमिलनाडु, गोवा और ओडिशा में भी कोरोना चरम पर है और वहां कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का ग्राफ लगातार चढ़ता जा रहा है।