रांची : डोरंडा सदर अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी के दौरान एक गर्भवती महिला के (Pregnant Woman) पेट में कपड़ा छोड़ने के मामले में रांची जिले के सिविल सर्जन (Civil Surgeon) डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि उन्हें भी मामले की जानकारी मिली है।
पूरे मामले की जांच के साथ-साथ पीड़ित महिला आरती के आगे के इलाज के लिए व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस महिला डॉक्टर ने (Lady Doctor) डोरंडा CHC में सिजेरियन किया था, उनका तबादला हजारीबाग कर दिया गया है।
फिर भी विभाग द्वारा इस मामले की जांच कराई जाएगी कि गलती किस स्तर से हुई है। उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
महिला के पति ने सरकार व विभाग से लगाई थी उचित इलाज की गुहार
गौरतलब है कि बुधवार को यह मामला लगातार वायरल होता रहा। 5 जुलाई को गर्भवती महिला (Pregnant Woman) आरती वर्मा की सिजेरियन डिलीवरी (Cesarean Delivery) डोरंडा सदर अस्पताल में हुई थी।
अस्पताल में पदस्थापित डॉ. चंचल ने आरती वर्मा का आरती का ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन के (Opration0) बाद सफल प्रसव से आरती ने बच्चे को जन्म तो दिया, लेकिन डॉक्टर की गलती से महिला के पेट में उन्होंने कपड़ा छोड़ दिया।
प्रसव के तीन महीने बाद अब आरती की स्थिति काफी नाजुक हो गई है। कपड़ा पेट में छूटने के कारण पेट में इंफेक्शन (Infection) फैलने की बात भी सामने आ रही है।
इस बारे में जानकारी लेने पर आरती वर्मा के पति विशाल वर्मा ने इसकी पुष्टि की। आरती के पति ऑटो चलाते हैं। इनके पास इतने पैसे नहीं है कि दोबारा सर्जरी कराकर अपनी पत्नी के पेट से कपड़े को निकलवा सके।
उन्होंने राज्य सरकार व स्वास्थ्य विभाग से (State Government and Health Department) उनकी पत्नी का उचित इलाज करवाने की गुहार लगाई है।