जयपुर: दौसा में एक डॉक्टर के आत्महत्या करने और धौलपुर में एक सहायक अभियंता (एईएन) पर हमले के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को हटाने का आदेश दिया है।
वहीं, मुख्यमंत्री ने गुरुवार को राज कुमार गुप्ता और नारायण तोगस को दौसा और धौलपुर में नया एसपी नियुक्त किया है।
साथ ही दौसा के लालसोट के डिप्टी एसपी को वेटिंग ऑर्डर के तहत लगाया गया है।
साथ ही मंगलवार को डॉक्टर के आत्महत्या करने के बाद लालसोट थाना प्रभारी (एसएचओ) का निलंबन आदेश भी जारी कर दिया गया है।
गहलोत ने दौसा के एसपी अनिल कुमार बेनीवाल को हटाने का निर्देश देते हुए कहा कि संभागायुक्त दिनेश कुमार यादव मामले की जांच कराएंगे।
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश बुधवार रात एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए जारी किए।
पीड़िता अर्चना शर्मा के खिलाफ हत्या के आरोप लगाने के बाद दौसा पुलिस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जब एक 22 वर्षीय गर्भवती महिला, (जिसे उसके अस्पताल लाया गया था) की सोमवार को जटिलताओं के कारण मृत्यु हो गई।
हालांकि मरीज को लेबर रूम में ले जाया गया, लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी हालत बिगड़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
लेकिन जब लालसोट पुलिस ने शर्मा पर आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया, जिसके बाद डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली, तब पुलिस ने चिकित्सा समुदाय की तीखी आलोचना की।
डॉक्टर को आत्महत्या के लिए उकसाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश देते हुए गहलोत ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह के नेतृत्व में एक समिति गठित करने का आदेश दिया, जो इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए राज्य भर में लागू करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करेगी।
वहीं, धौलपुर में सोमवार को कांग्रेस विधायक और उनके सहयोगियों ने 27 वर्षीय एईएन की पिटाई कर दी। दो दिन बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
आखिरकार बुधवार शाम मुख्यमंत्री ने धौलपुर एसपी को हटाने के निर्देश दिए। पुलिस महानिदेशक (डीसीपी) ने बारी सर्कल ऑफिसर (सीओ) और एसएचओ को हटा दिया।
इस मामले पर बोलते हुए गहलोत ने कहा, ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है, जहां सरकारी कर्तव्यों का पालन करने वालों पर हमला किया जाता है।
इस मौके पर बोलते हुए डीजीपी लाथर ने कहा, बारी एसएचओ और सीओ को हटा दिया गया है।