Dr. Kafeel Khan: गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज के पूर्व डॉक्टर कफील खान (Dr. Kafeel Khan) और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ उनकी किताब के प्रकाशन पर मामला (Case on Publication) दर्ज किया गया है, जिसका कुछ पाठ कथित तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ है।
थाना प्रभारी, कृष्णा नगर, लखनऊ, जितेंद्र प्रताप सिंह (Jitendra Pratap Singh) ने कहा: “प्राथमिकी कृष्णा नगर के व्यवसायी मनीष शुक्ला की शिकायत पर IPC की विभिन्न धाराओं और प्रेस और पुस्तक पंजीकरण अधिनियम के उल्लंघन के तहत दर्ज की गई है।
शिकायत के अनुसार, डॉ: कफील की किताब उनके समर्थकों के बीच “पैसा जुटाने, अपनी बेगुनाही साबित करने, राज्य सरकार को उखाड़ फेंकने और केंद्र सरकार को रोकने के साधन के रूप में वितरित और बेची गई है।”
ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों की मौत
उन्होंने दावा किया कि उन्होंने चार या पांच व्यक्तियों को फोन पर गुप्त अभियान के लिए धन प्राप्त करने के लिए समुदायों के बीच संघर्ष आयोजित करने की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए सुना।
कफील खान को 2017 में चिकित्सा सुविधा में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों की मौत के बाद सेवा से निलंबित कर दिया गया था।
पुलिस ने कफील खान व पांच अज्ञात के खिलाफ IPC की धारा 153-बी, 143, 465, 467, 471, 504, 505, 298, 295, 295-ए, प्रेस और पुस्तक रजिस्ट्रीकरण अधिनियम (Book Registration Act) 1867 की धारा 3 और 12 के तहत FIR दर्ज किया है।