गिरिडीह: Drug Inspector बनकर दवा दुकानदारों से कागजात दिखाने के नाम पर वसूली करने वाले फ्राड मो. समीम अहमद को गिरिडीह के दवा कारोबारियों ने गुरुवार को पकड़ कर नगर थाना पुलिस (City Police Station) को सौंप दिया।
दवा विक्रेताओं की सूचना पर नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी शहर के चंदौरी रोड पहुंचे और फर्जी Drug Inspector दाऊद समीम को गिरफ्तार कर नगर थाना ले गए।
बताया गया कि फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर एक काले रंग के बुलेट से चंदोरी रोड (Chandori Road) स्थित पवन फार्मा नामक दवा की दुकान पर आया। संदेह होने पर अन्य दवा दुकानदारों की सूचित किया गया।
इस बीच गिरिडीह के Drug Inspector अरूप साहा भी पवन फार्मा दुकान पर पहुंचे।
फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर डर गया
गिरिडीह के Drug Inspector को देखते ही फर्जी ड्रग इंस्पेक्टर दाउद समीम डर गया और खुद के बचाव में कई तरह के तर्क देता रहा।
उसने एक पत्रकार के नाम का भी सहारा लेने का प्रयास किया। अधिकारियों के पूछने पर उसने अपना नाम धनंजय कुमार बताते हुए कहा कि वह रांची के ड्रग ऑफिस से आया है लेकिन जब गिरिडीह के Drug Inspector अरूप साहा ने कड़ाई से पूछा तो वह चुप हो गया।
इस बाबत पवन फार्मा दुकान के मालिक पवन ने बताया कि खुद को Drug Inspector बताने वाला फर्जी Drug Inspector तीन दिन पहले सोमवार को भी आया था।
उसने अपना नाम धनंजय बताते हुए सीधे उनके दुकान घुस गया और दुकान के काउंटर में रखी दवाओं को देखने लगा। दुकानदार के पूछने पर आरोपित ने कहा कि वह रांची में Drug Inspector है।
उसे सूचना मिली है कि पवन फार्मा में कई नकली दवाएं है। इसके बाद वह गुरुवार को पवन की दुकान में आया और पैसे की मांग करने लगा।