नई दिल्ली: कोरोनावायरस से निजात पाने के लिए भारत ने दुनिया की सबसे बड़ी टीकाकरण मुहिम की तैयारी शुरू कर दी है। इस बीच राष्ट्रीय राजधानी सहित लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों ने शनिवार को 125 जिलों में फैले 285 सत्र स्थलों (सेशन साइट) पर ड्राई रन अभियान चलाया।
राष्ट्रीय राजधानी सहित लगभग सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों ने करोड़ों लोगों के टीकाकरण के लिए प्रशासन की क्षमता और तत्परता का आकलन करने के लिए शनिवार को ड्राई रन अभियान चलाया।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि वास्तविक कोविड-19 टीकाकरण अभियान से पहले एंड-टू-एंड योजनाबद्ध संचालन और सुचारु संचालन सुनिश्चित करने के लिए स्थापित तंत्र का परीक्षण करने के लिए 285 सत्र स्थलों पर देशव्यापी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि 125 जिलों में फैले टीकाकरण अभियान के इस ड्राई रन अभियान में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ शहरी और ग्रामीण जिलों का भी पर्याप्त प्रतिनिधित्व रहा।
केंद्र के निर्देश पर आंध्र प्रदेश, असम और गुजरात के साथ दिल्ली, पंजाब और हरियाणा उन कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल रहे, जिन्होंने पहले ही दिन कोविड-19 टीकाकरण के लिए ड्राई रन अभियान चलाया।
इसका उद्देश्य स्वास्थ्य प्रणाली में टीकाकरण रोल-आउट के लिए निर्धारित व्यवस्था का परीक्षण करना है।
योजना और कार्यान्वयन के बीच परीक्षण करने और चुनौतियों की पहचान करने के लिए केंद्र ने दो जनवरी को सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा ड्राई रन चलाने का निर्देश दिया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी राज्यों ने विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेज, अस्पतालों, चिकित्सा केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ड्राई रन चलाने के लिए अपने विशेष क्षेत्रों और जिलों का चयन किया।
अधिकारियों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस अभियान का समर्थन किया।
ड्राइव में चिकित्सा अधिकारी प्रभारी ने कई लाभार्थियों (स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों) की पहचान की।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि वैक्सीन के वितरण की निगरानी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को-विन पर लाभार्थियों का डेटा अपलोड किया जाए।
दिसंबर में विभिन्न अवसरों पर अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 वैक्सीन के वितरण और प्रशासन के लिए ऐसा ही एक अभियान छेड़ा गया था।
ड्राई रन सेंटरों में से एक का दौरा करते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि टीकाकरण अभियान के पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और दो करोड़ फ्रंटलाइन श्रमिकों को मुफ्त टीका दिया जाएगा।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, टीकाकरण के पहले चरण में, देशभर में सबसे अधिक प्राथमिकता वाले लाभार्थियों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें एक करोड़ स्वास्थ्य सेवा और दो करोड़ फ्रंटलाइन कार्यकर्ता शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने हाल ही में कहा था, टीकाकरण के पहले चरण में देशभर में ज्यादातर प्राथमिकता वाले लाभार्थियों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराया जाएगा, जिसमें एक करोड़ स्वास्थ्य सेवा और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं।
हालांकि, उन्होंने कहा कि शेष 27 करोड़ प्राथमिकता वाले लाभार्थियों का जुलाई तक टीकाकरण कैसे किया जाएगा, इसका विवरण अभी भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
केंद्र सरकार ने टीकाकरण अभियान के पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना बनाई है।
इस टीके को एक करोड़ हेल्थकेयर वर्करों के साथ दो करोड़ फ्रंटलाइन और आवश्यक वर्करों और 27 करोड़ 50 वर्ष से अधिक के बुजुर्गो को प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा, जो किसी गंभीर बीमारी का सामना कर रहे हैं।