गुमला: गुमला (Gumla) के SP डा.एहतेशाम वकारीब ने कहा कि समाज की मुख्य धारा से भटक चुके युवाओं को राजेश उरांव व लाजिम अंसारी की मौत से सबक लेने की जरूरत है।
हिंसा का रास्ता विनाश की ओर जाता है। नक्सली (Naxalite) सरकार की आत्मसमर्पण की नीति का लाभ लें और शांतिपूर्ण तरीके से अपना जीवन व्यतीत करें।
पुलिस के हाथों शुक्रवार की शाम मारे गये प्रतिबंधित नक्सली संगठन CPI (माओवादी) के छह लाख का इनामी एरिया कमांडर लाजिम अंसारी मामले के मद्देनजर ने SP शनिवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
2 जून की संध्या यह गुप्त सूचना मिली
उन्होंने बताया कि उन्हें 2 जून की संध्या यह गुप्त सूचना मिली थी कि एरिया कमांडर लाजिम अंसारी अपने दस्ते के साथ चैनपुर थाना क्षेत्रांतर्गत टोंगो सेमरा-बरटोली जंगल में भ्रमणशील है।
इस सूचना के बाद तत्काल एक OPS प्लान बनाया गया। उनके नेतृत्व में अभियान DSP मनीष कुमार,पुलिस निरीक्षक गुमला मनोज कुमार,घाघरा थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी ,चैनपुर के थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह व पुलिस बल के साथ टोंगों सेमरा बरटोली जंगल पहुंचा गयाए जहां नक्सलियों से मुठभेड़ हुई।
जिसमें कुख्यात नक्सली लाजिम अंसारी को मार गिराया गया। अन्य नक्सली अपनी स्थिति कमजोर होते देख जंगल का फायदा उठाते हुए भाग निकले।
लाजिम अंसारी हर छोटी-बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल
डा.वकारीब ने बताया कि लाजिम अंसारी की गिरफ्तारी पर झारखंड सरकार द्वारा 5 लाख व एनआईए द्वारा 1 लाख का इनाम घोषित है।
मुठभेड़ स्थल से एक देसी रायफल,दो देसी कट्ठा,8 जिंदा गोली,3 खोखा, एक भुजाली, एक बांस का डंडा, एक प्लेटिना मोटर साईकिल, 45 सौ रू. नगद व दैनिक जरूरत का सामान बरामद किया गया है।
उन्होंने बताया कि लाजिम अंसारी के विरूद्ध गुमला जिला के विभिन्न थानों में 41 मामले, लोहरदगा जिला में 11 व लातेहार जिला में 8 मामले दर्ज है। लाजिम अंसारी हर छोटी-बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा है।