इस वजह से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे झामुमो नेता

इसके अलावा स्कूलों में किताबें और ड्रेस की बिक्री को व्यवसायिक एजेंसियों को ठेके पर दिया गया है, जिससे छात्रों के अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। रामलाल मुंडा ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और निजी स्कूलों की इस मनमानी पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका भूख हड़ताल जारी रहेगा।

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 JMM leaders are on indefinite hunger strike: पश्चिम सिंहभूम (चाईबासा) जिले में निजी स्कूलों की मनमानी और शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ अभिभावकों ने आवाज उठाई है। इसी कड़ी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता और समाजसेवी रामलाल मुंडा ने सोमवार से प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईईओ) कार्यालय, चक्रधरपुर के समक्ष अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी।

रामलाल मुंडा ने आरोप लगाया कि जिले के निजी विद्यालय मनमाने ढंग से फीस वसूल रहे हैं। सरकार की ओर से री-एडमिशन पर रोक के बावजूद, कंप्यूटर, डिजिटल क्लास, इलेक्ट्रिक, जनरेटर और वार्षिक शुल्क जैसे नामों पर भारी रकम ली जा रही है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों से ली गई राशि को ट्यूशन फीस के रूप में दिखाया जाता है, जो न्यायसंगत नहीं है।

इसके अलावा स्कूलों में किताबें और ड्रेस की बिक्री को व्यवसायिक एजेंसियों को ठेके पर दिया गया है, जिससे छात्रों के अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। रामलाल मुंडा ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और निजी स्कूलों की इस मनमानी पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका भूख हड़ताल जारी रहेगा।

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