दुमका: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मंगलवार को प्रमंडलीय बैठक में कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस समारोह कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए जिला एवं प्रखंड मुख्यालयों में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मनाएं।
उन्होंने गांधी मैदान में संताल परगना के प्रमंडल स्तरीय स्थापना दिवस को लेकर 200 से अधिक लोगों के नहीं जुटने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जिंदा रहेंगे और राज्यवासी संक्रमण काल से बचे रहेंगे, तो एक बार फिर जिंदगी पटरी पर लौटेगी और चीजों को ठीक कर सकते है।
सीएम ने कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए कहा कि आमतौर पर देखे जाते है कि सरकार बनने के बाद कार्यकर्ता निश्चिंत हो जाते हैं लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए।
सरकार में आने के बाद संगठन और कार्यकर्ताओं की जिम्मेवारी और बढ जाती है। कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर सरकार के कल्याणकारी योजनाओं से लोगो को अवगत कराएं और लाभ दिलाने का काम करें। तभी सरकार के उद्देश्य पूरा हो सकेगा।
स्थानीय विधायक बसंत सोरन ने कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए धरातल पर जाकर लोगों की समस्या को दूर करने को प्रेरित करते हुए कहा कि सरकार के करीब 62 योजना चलायी जा रही है।
जो भी विधायक बनना चाहते है, उन्हें योजनाओं को धरातल पर उतारने का प्रयास करना चाहिए, न कि नेताओ को सलाम ठोकने की जरूरत है।
इस अवसर पर शिकारीपाड़ा विधायक नलीन सोरेन, लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश हेम्ब्रम आदि ने संबोधित कर सरकार के कार्यो की सराहना करते हुए स्थापना दिवस जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय में मनाने का अपील किया।
इससे पूर्व निर्धारित समय पर सीएम का हेलीकॉप्टर दुमका हवाई अड्डा पहुंचा, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं समेत आला नेताओं ने गुलदस्ता देकर सीएम का स्वागत किया।
बाद में पुलिस जवानों के गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद कार्यकर्ता से मिलने खिजुरिया स्थित दिशोम गुरु शिबू सोरेन के आवास पहुंचे पार्टी की प्रमंडलीय बैठक में शामिल हुए।
बैठक के बाद रात्रि विश्राम को राजभवन रवाना हुए। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का झंडोत्तोलन पुलिस लाईन मैदान में करेंगे। उसके बाद रांची के लिए रवाना होंगे।