दुमका: जामताड़ा के व्यक्ति की हत्या कर साक्ष्य छुपाने की नीयत से वैन में आग लगा जलाने के मामले में टोंगरा थाना पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। लेकिन, अब भी मुख्य अप्राथमिक अभियुक्त फरार है।
गिरफ्तार आरोपियों में जामताड़ा जिले के कुंडहित थाना क्षेत्र के बाबूपुर गांव निवासी सष्मजीत बागती और नारायण मंडल शामिल है। एसपी अंबर लकड़ा ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर मामले का उद्भेदन किया।
एसपी ने बताया कि गांव के दबंग जयप्रकाश मंडल ने सहयोगियों के साथ मिलकर हत्या कर साक्ष्य छुपाने को लेकर काजल मंडल को मारुति वैन समेत टोंगरा थाना क्षेत्र के सीमा से सटे मोनिसि जंगल में आग लगा दी थी।
एसपी ने बताया कि काजल मंडल अपने गांव में आइसक्रीम फैक्ट्री खोलने की तैयारी कर रहा था। इससे जयप्रकाश मंडल उससे नाराज था।
फैक्ट्री नहीं खोलने को लेकर जयप्रकाश मंडल ने काजल मंडल को कई बार मना किया था। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा बढ़ने की आशंका से वह नाराज था।
फैक्ट्री नहीं खोलने की हिदायत के बावजूद काजल मंडल ने फैक्ट्री खोलने की तैयारी कर ली थी। पश्चिम बंगाल से मारुति से पैसेंजर छोड़कर लौटने के क्रम घात लगाये अपराधियों ने काजल के घर से दो किलोमीटर की दूरी पर उसकी हत्या कर उसकी लाश को वैन सहित टोंगरा के जंगल में आग लगा दी थी।
एसपी ने बताया कि आरोपियों ने काजल मंडल के साथ मारपीट करते हुए वैन की खिड़की के शीशे से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी।
मामले में डीएसपी, मुख्यालय विजय कुमार के नेतृत्व में टीम गठित कर पुलिस मृतक की पत्नी ब्यूटी गोराई की लिखित शिकायत पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन में जुट गयी थी।