दुमका: समाहरणालय सभागार में बैंकर्स के साथ समीक्षा बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। समीक्षात्मक बैठक डीसी रविशंकर शुक्ला के अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में डीसी ने बैंकर्स को कहा कि जिले की प्राथमिकता के रूप में छात्रों का बचत खाता खुलवाना, पीएम किसान के लाभुकों को केसीसी लोन दिलाना और बेरोजगार युवकों को पीएमईजीपी लोन द्वारा स्वनियोजन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 45 हजार छात्रों के बचत खाता खुलवाने का लक्ष्य है। इन्हीं खातों के माध्यम से छात्रवृत्ति की राशि जमा होगी।
खाता नहीं खुलवाने की स्थिति में कुछ छात्र इस सहायता राशि से वंचित हो जाते हैं। खाता नहीं खुलने का दूसरा कारण आधार पंजीयन का नहीं होना भी है। इसके समाधान के लिए जिला प्रशासन अग्रतर है।
समीक्षा बैठक के दौरान डीसी ने विभिन्न बैंक शाखाओं को केसीसी संस्वीकृति एवं संवितरण का लक्ष्य दिया। निजी बैंकों को भी इस दिशा में काम करने का निर्देश दिया।
पीएमईजीपी की समीक्षा के दौरान डीसी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी बैंकों को प्रदत्त लक्ष्य को 2 अक्टूबर तक प्राप्त करने का निर्देश दिया। बता दे कि दुमका जिले में पीएमईजीपी का कुल लक्ष्य-79 है।
इसके विरुद्ध जिला उद्योग केंद्र, दुमका ने कुल 151 आवेदन विभिन्न बैंकों को प्रेषित किया है।
जिसके विरुद्ध बैंकों द्वारा मात्र 11 लोग ही संस्वीकृत किए गए हैं और संवितरण मात्र दो है।
इंडियन बैंक दुमका शाखा और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, सरैयाहाट ने एक-एक आवेदन का संवितरण किया है।