दुमका : दुमका की छात्रा अंकिता (Ankita) को पेट्रोल डालकर जलाकर मार डालने के मामले में बुधवार से स्थानीय अदालत (Local Court) में सुनवाई शुरू हुई।
प्रथम अपर एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चंद्रा की अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान पहले दिन अंकिता के पिता की गवाही हुई। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने ही कहा था कि शाहरूख हुसैन और नईम खान ने पेट्रोल डालकर जलाया है।
इस दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता सिकंदर मंडल (Sikandar Mandal) ने अंकिता के पिता से ज्यादातर उनकी बेटी की उम्र को लेकर सवाल पूछे गए। गुरुवार को मृतका के दादा की अदालत में गवाही होगी।
अदालत के आदेश पर नगर थाना प्रभारी नितिश कुमार (Nitish Kumar) मृतका के पिता को कड़ी सुरक्षा में लेकर कोर्ट पहुंचे थे। करीब साढ़े बारह बजे कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू हुई।
कमरे से अचानक आई थी अंकिता के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज
अंकिता के पिता ने Court को बताया कि घटना के दिन 23 अगस्त की सुबह उनकी बेटी के कमरे से अचानक उसके जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आई। जब वह कमरे से बाहर निकली तो उसके शरीर से आग की लपटें निकल रही थी।
उन्होंने उसके शरीर पर पहले पानी डाला और उसके बाद उसे कंबल ओढ़ाकर आग को बुझाने की कोशिश की। उनकी बेटी अंकिता ने इतना ही बताया कि शाहरूख और नईम (Shahrukh And Naeem) ने जला दिया है।
इसके बाद दामाद को फोन कर बुलाया और टोटो से मेडिकल अस्पताल लेकर आए। सुबह करीब आठ बजे पुलिस की मौजूदगी में दंडाधिकारी ने अंकिता का बयान लिया।
उसी दिन रात ही बेटी को इलाज के लिए रांची रिम्स में लेकर गए। वहां भी बेटी ने बताया कि शाहरूख ने 22 अगस्त की शाम आठ बजे उसे फोन कर जलाकर मारने की धमकी थी। घटना के समय नईम भी उसके साथ था।
बचाव पक्ष के वकील ने अंकिता के पिता से किए कई सवाल
बचाव पक्ष के अधिवक्ता सिकंदर मंडल (Advocate Sikandar Mandal) ने अंकिता के पिता से पूछा कि वह प्रतिदिन सुबह कब उठते हैं? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि चार या सवा चार बजे तक उठ जाते हैं।
उस दिन कैसे पता चला कि घटना सुबह चार बजे की है, क्या घड़ी देखी थी?, इस सवाल पर अंकिता के पिता ने कहा कि रोज इतने बजे ही आंख खुल जाती है। घटना के बाद दामाद के आने का इंतजार कर रहे थे, इसलिए घड़ी पर नजर चली गई।
पूछा कि उन्होंने क्या देखा?, इस पर पिता ने कहा कि बेटी को जलते हुए देखा और बेटी ने ही बताया कि दोनों आरोपियों (Accused) ने जला दिया है। देखा कुछ नहीं, लेकिन बेटी से सब सुना।
बचाव पक्ष के वकील ने मृतका की उम्र को लेकर कई सवाल किए? अंकिता के पिता ने बताया कि बेटी ने कक्षा पांच तक की पढ़ाई पड़ोस के एक School में की और बाद में TC के आधार पर कन्या विद्यालय में कक्षा छह में दाखिला लिया।
अधिवक्ता ने पिता से घटना के समय बेटी क्या कपड़े पहने हुए थी? दामाद को किस नंबर से फोन किया था? इसके अलावा बड़ी बेटी के बारे में भी कई सवाल किए। कोर्ट में सुनवाई में पब्लिक प्रोस्क्यूटर (Public Prosecutor) चंपा कुमारी व उनके सहयोगी जयंत सिन्हा भी मौजूद रहे।