दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां प्रेम प्रसंग में सिटी के हरणाकुंडी मुहल्ला निवासी 21 वर्षीय युवक विवेक कुमार साह की जहर खिलाकर और मारपीट कर हत्या करने का मामला सामने आया है।
मुफस्सिल थाना पुलिस ने नाबालिग बेटी के प्रेमी की हत्या के आरोप में उसके पिता को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया है।
इस संबंध में मरने वाले युवक के परिजनों ने सरुवा गांव निवासी प्रेमिका के पिता व चाचा का नामजद आरोपी बनाया गया है। हत्या मामले में पुलिस ने मरने वाले युवक विवेक की बहन काजल के बयान पर मामला दर्ज करके कार्रवाई की है।
वहीं, मामले में परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले में मुफस्सिल थाना प्रभारी उमेश कुमार ने बताया है कि मृतक युवक विवेक की बहन के बयान पर रात में ही केस दर्ज कर लिया गया था।
उस समय मौत नहीं हुई थी। अब यह मामला हत्या के केस में तब्दील हो गया है। लड़की के पिता और चाचा नामजद आरोपी है। पिता की गिरफ्तारी हो गई है। मामले की जांच की जा रही है।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार, हरणाकुंडी मुहल्ले के विवेक कुमार साह का सरुवा गांव की रहने वाली किशोरी के साथ काफी दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसकी जानकारी दोनों के परिजनों को हो गई थी। इसे लेकर दोनों परिवारों में तनातनी चल रही थी।
लड़की के परिजनों ने विवेक को धमकाते हुए लड़की से नहीं मिलने की हिदायत भी दी थी। मामले में लड़की पक्ष से महिला थाना में पुलिस से शिकायत की गई थी।
महिला थाना में दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता कराया गया था। 13 नवम्बर को विवेक के पिता ने बांड भरा था। उसके बाद 15 नवंबर को उक्त लड़की के बयान पर दुमका मुफस्सिल थाना में विवेक कुमार साह के विरुद्ध छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उसी रात में विवेक की हत्या हो गई।
चार भाई बहनों में सबसे बड़ा था विवेक, बीए का था स्टूडेंट
बताया गया कि विवेक दो भाई और दो बहनों में सबसे बड़ा था। वह एसपी कॉलेज से बीए कर रहा था और पढ़ाई के साथ दुमका में सोना.चांदी प्रतिष्ठान तनिष्क शोरुम में सेल्समेन की नौकरी करता था।
उसकी छोटी बहन एक बाइक शोरुम में काम करती है। विवेक कुमार साह सोमवार को शोरुम नहीं आया था। पता चला है कि उसकी अनुपस्थिति में उक्त लड़की के पिता एवं चाचा उसे खोजते हुए तनिष्क शोरुम आए थे।
विवेक के पिता ओम प्रकाश साह ने बताया कि लड़की के पिता ने विवेक को फोन कर खाने पर अपने घर बुलाया और खाना में जहर दे दिया। फिर पिटाई कर अधमरा कर दिया।
विवेक के सहकर्मी ने दी घरवालों को घटना की जानकारी
विवेक के एक सहकर्मी को किसी ने फोन कर सूचित किया कि विवेक सरुवा गांव के पास एक झाड़ी के पास अधमरा पड़ा है। उसकी जमकर पिटाई गई है। वह दर्द से कराह रहा है। तब सहकर्मी ने उसके घर फोन कर घटना की जानकारी दे दी।
यह जानकारी मिलते ही विवेक की बहन काजल स्कूटी लेकर सीधे सरुवा गांव पहुंची। जहां वह अधमरा पड़ा था। उसने घटना की जानकारी नगर थाना की पुलिस को दी। नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर युवक को उठाकर इलाज के लिए फूलो.झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया जहां देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई।
अस्पताल में हंगामा, पुलिस के आश्वासन के बाद मामला हुआ शांत
अस्पताल में हंगामा कर रहे परिजनों का आक्रोश दुमका पुलिस पर भी था। परिजन आरोप लगा रहे थे कि रात में ही विवेक की बहन ने दुमका मुफस्सिल थाना में शिकायत की थी पर पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने लड़की के चाचा को हिरासत में भी लिया थाएपर कुछ देर के बाद ही छोड़ दिया। पुलिस पर इस कांड में पूरी तरह से लापरवाही बरतने का आरोप लगाया जा रहा था।
इस बीच मुफस्सिल थाना प्रभारी उमेश राम और एसडीपीओ मो. नूर मुस्ताफा अस्पताल पहुंचे। आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर सभी हत्यारोपियों की को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद लोग शांत हुए। हलांकि पुलिस की लापरवाही से ग्रामीणों और मृतक के परिजनों मे काफी नाराजगी है।