दुमका: बीते 20 जनवरी की रात हंसडीहा थाना क्षेत्र के धनवै गांव के समीप डीलर पुत्र सरोज मंडल की हत्या की गुत्थी पुलिस ने करीब सुलझा ली है।
रविवार को पुलिस ने हत्या में शामिल दूसरे डीलर ललन यादव के वाहन चालक पवन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस अब फरार करीब छह आरोपितों की तलाश में लगातार दबिश डाल रही है। हत्या की वजह दुकानदारी का विवाद सामने आ रहा है।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि डीलर जीवन मंडल की प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से अच्छी जान पहचान थी।
पिता के साथ काम करने की वजह से सरोज की भी एमओ से अच्छी मित्रता हो गई थी। सरोज अनाज की कालाबाजारी करने वालों की जानकारी एमओ को दिया करता था।
हत्या से करीब एक सप्ताह पहले सरोज ने एमओ को बताया था कि पंजवारा में रूपा स्वयं सहायता का डीलर ललन यादव अनाज की कालाबाजारी करता है। उसने कई लोगों के नाम से फर्जी कार्ड बनाया है।
18 जनवरी को एमओ ने ललन की दुकान की जांच की थी। इसके बाद से ललन सरोज को अपना दुश्मन मानने लगा।
उसे लगा कि सरोज की वह से अनाज की कालाबाजारी नहीं कर सकेगा। उसे पता था कि रोज सरोज चौक में बैठकी करने के बाद बाइक से घर जाता है।
उसने अगले दिन अपने वाहन चालक पवन यादव के साथ मिलकर हत्या की सारी साजिश रची। इसमें बिहार के कुछ अपराधियों को शामिल किया।
राड से हमला कर उतारा था मौत के घाट
जेल जाने से पहले आरोपित पवन यादव ने बताया कि हत्या ललन यादव ने कराई। घटना की रात करीब आधा दर्जन लोग सरोज के घर जाने का इंतजार करने लगे।
सरोज के साथ दूसरी बाइक में दो लोग भी थे। घर से कुछ पहले सरोज लघुशंका के लिए रूका लेकिन दूसरे साथी आगे निकल गया।
जिस जगह पर सरोज खड़ा था, वहां पहले से अंधेरा था। वाहन से पीछा कर रहे अपराधियों ने आवाज देकर पूछा कि तुम्ही सरोज हो। हां कहते ही सभी लोग टूट पड़े और राड से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। आरोपित ने बताया कि हत्या में ललन ने बिहार के कुछ लोगों को बुलाया था।
थाना प्रभारी हंसडीहा ने आकृष्ट अमन बताया कि एमओ से शिकायत करने की वजह से ही सरोज की हत्या की गई। डीलर ललन यादव ने ही हत्या कराई है।
हत्या में शामिल सभी लोगों का पता चल गया है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।