दुमका: शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के पोखरिया गांव में मानव तस्करी का मामला प्रकाश में आया है।
थाना क्षेत्र के पोखरिया गांव की दीदी मुनी मरांडी ने उपायुक्त दुमका को आवेदन देकर कहा है कि उनकी बेटी मीरू टुडू को 2018 में पश्चिम बंगाल के हरिदासपुर, नलहटी थाना रामपुरहाट, जिला बीरभूम निवासी आरती हांसदा (पति सनत हांसदा) ने काम दिलाने का झांसा देकर दिल्ली ले गयी।
उस समय मीरू टुडू नाबालिग थी। आरती हांसदा ने दिल्ली के काली मार्ग-34 पर काम दिलाने की बात कही थी।
दीदी मुनी मरांडी ने बताया कि पहले मोबाइल पर बेटी मीरू टुडू से कभी-कभी बातचीत होती थी, लेकिन पिछले करीब नौ महीने से बेटी से कोई बातचीत नहीं हो पायी है।
आरती हांसदा से बार-बार पूछने पर वह कहती है कि आपकी बेटी सही-सलामत है और जल्दी घर वापस आ जायेगी। लेकिन, न तो वह बेटी से बात करवाती है और न ही उसे वापस ला रही है।
थक-हारकर विधवा दीदी मुनी मरांडी ने शिकारीपाड़ा थाना में आवेदन देकर बेटी के मानव तस्करी में फंस जाने की जानकारी दी। लेकिन, उस पर भी कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई है और न ही मीरू टुडू को वापस लाने की दिशा में कोई पहल की गयी है।