दुमका: उठनी थी स्नेहा की डोली, लेकिन बाबुल के घर से उठ गई अर्थी।
यह कहानी है नगर थाना क्षेत्र के शहर के वर्मा ज्वेलर्स के समीप रहने वाली स्नेहा स्वर्णकार उर्फ खुशबू (20) की, जहां सोमवार को स्नेहा की डोली ले जाने को गिरिडीह के बगोदर से बारात आनी थी।
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लगे लॉकडाउन के कारण तय हुआ कि बाबा बासुकीनाथ मंदिर से शादी होगी।
लेकिन लड़के वालों ने लॉकडाउन का बहाना और पांच लाख की दहेज की रकम देने का बहाना गिरिडीह से ही शादी को लेकर राजी हुए।
लेकिन स्नेहा के घर वाले दहेज की रकम देने में असमर्थता जाहिर करते हुए शादी को लेकर सभी को कार्ड वितरण होने का हवाला देते हुए बासुकीनाथ मंदिर से शादी करने की बात कही।
रविवार को देर शाम स्नेहा की होने वाले ससुराल वालों से फोन पर बात हुई।
बात करने के कुछ देर बाद स्नेहा घर में पंखे के सहारे झूल जान दे दी।
जानकारी होते ही आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दुमका ले गया, जहाँ चिकित्सकों ने स्नेहा को मृत घोषित कर दिया।
शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।