Dumka PhD Student: IIT में केमिकल इंजीनियरिंग से दुमका की PhD की छात्रा प्रियंका जायसवाल ने फांसी लगाने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग साइट (Online Shopping Site) से रस्सी मंगाई थी।
कानपुर पुलिस ने जब छात्रा का लैपटॉप और मोबाइल फोन को जांचा तो इस बात का खुलासा हुआ। इधर, शुक्रवार को प्रियंका के परिजन दुमका से कानपुर पहुंचे। बेटी का शव देखते ही पिता बेसुध हो गए।
छात्रा की पोस्टमार्टम (Postmortem) रिपोर्ट में हैंगिंग से मौत की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर के मुताबिक उसके पेट में 100 मिली. पचा हुआ खाना मिला है। इसके अलावा पूरे शरीर में कहीं भी कोई चोट आदि के निशान नहीं मिले हैं।
भैरवघाट पर ही प्रियंका का अंतिम संस्कार किया
पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने भैरवघाट पर ही प्रियंका का अंतिम संस्कार किया। शनिवार को उसकी अस्थियां लेकर दुमका रवाना होंगे। इंस्पेक्टर कल्याणपुर धनंजय पांडेय ने बताया कि छात्रा का मोबाइल और लैपटॉप दोनों की जांच की गई, उसमें ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे आत्महत्या के कारणों का पता चल सके।
परिजनों ने भी छात्रा के तनाव में न होने की जानकारी दी। हालांकि मोबाइल से जरूर पता चला कि दो दिन पहले प्रियंका ने ऑनलाइन शॉपिंग साइट से दो रस्सियां मंगाई थीं। जिसमें एक पतली रस्सी कपड़े टांगने और एक मोटी रस्सी थी।
मोटी रस्सी से उसने फांसी लगाई थी। इंस्पेक्टर ने बताया कि इससे यह आशंका है कि छात्रा ने पूर्व में ही आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया था। यही वजह है कि उसने रस्सियां मंगाई हो।
‘ऐसा क्यों कर लिया बेटी, एक बार तो कुछ कहा होता’
शुक्रवार को छात्रा प्रियंका जायसवाल के पिता नरेन्द्र जायसवाल, मां ज्योत्सना, बहन लिपी झारखंड से आने के बाद आईआईटी पहुंचे। वहां पर प्रबंधन से घटना की जानकारी लेने के बाद परिवार पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा।
बेटी का शव देखकर पिता नरेन्द्र बेसुध होकर गिर पड़े। मां ज्योत्सना और बहन लिपी का रो रोकर बुरा हाल हो गया। पिता बेटी के शव के पैरों के पास बैठ गए। मां शव के सिर की तरफ बैठी और बेटी को दुलार करने लगी। मां ने कहा ऐसा क्यों कर लिया बेटी, मेरी प्रियंका।
एक बार कुछ कहा होता। कोई तकलीफ थी कोई बात थी तो मुझे बताती। तुम कहां चली गई ऐसा क्यों किया मेरी बेटी। दुमका झारखंड निवासी नरेन्द्र जायसवाल माइनिंग इंजीनियर हैं। पत्नी ज्योत्सना और छोटी बेटी लिपी मंगलौर से MBBS फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रही है।