कोलकाता: कोलकाता के दमदम इलाके के एक दुर्गा पूजा पांडाल कथित तौर पर जूतों से की गई सजावट को लेकर बीजेपी ने ऐतराज जताया है।
मामले में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य के मुख्य सचिव से मामले में दखल देने व इसे हटवाने का आग्रह किया है। इस दुर्गा पंडाल को दमदम पार्क भारत चक्र पूजा कमेटी ने तैयार किया है और इसे अनिर्बन दास नाम के आर्टिस्ट ने सजाया है।
इस पंडाल के जरिए कमेटी ने किसान आंदोलन के साथ-साथ यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को भी दर्शाया है। इस पंडाल को बाहर से सैकड़ों जूते-सैंडल से सजाया गया है।
हालांकि आयोजकों ने पंडाल की सजावट को लेकर बीजेपी की आपत्ति को खारिज कर दिया है।
किसान आंदोलन की थीम पर दुर्गा पूजा पंडाल बनाये जाने से इस पंडाल को काफी लोकप्रियता मिली है और अब पूजा पंडाल की सजावट में जूते-चप्पल के इस्तेमाल से विवाद भी खड़ा हो गया है, हालांकि आयोजक विवाद को दरकिनार कर अपना पक्ष रख रहे हैं।
किसान आंदोलन की थीम पर बनाए गए इस पूजा पंडाल को लेकर एक अधिवक्ता ने भी कानूनी नोटिस दिया है।
अनिर्बान दास ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया था कि इस पंडाल में एक बड़े से ट्रैक्टर पर आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के नाम एक पर्ची में लिखे हुए हैं।
इसके साथ ही एक पोस्टर में अंग्रेजी में लिखा है, ‘हम किसान हैं। आतंकवादी नहीं। किसान अन्न सैनिक हैं।’
इधर विश्व हिंदू परिषद ने भी इस पर आपत्ति जताई है। वीएचपी ने भी बंगाल के गृह सचिव को पत्र लिख पंडाल से जूते हटवाने की मांग की है।
वीएचपी ने लिखा, ‘हम आपसे आग्रह करते हैं कि तुरंत पंडाल से जूते हटवाने के लिए उचित कदम उठाएं।
जब तक पूजा स्थल से इन आपत्तिजनक जूतों को नहीं हटाया जाता, तब तक बंगाली हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं शांत नहीं होंगी।
मैं आपसे आग्रह करता हूं कि सांप्रदायिक सद्भाव खत्म करने और बंगाली हिंदुओं का अपमान करने वाले इन उपद्रवियों के खिलाफ मजबूती से कदम उठाएं।’
शुभेंदु अधिकारी ने इसे हिंदू आस्था का अपमान कहा है और राज्य के मुख्य और गृह सचिव से मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर षष्ठी से पहले जूता चप्पल हटाने की मांग की है।