हजारीबाग: चौपारण प्रखण्ड में होलिका दहन एवं होली के हुड़दंग के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में करीब 31 लोग घायल हो गए। जिसमें नवडीहा निवासी चिरंजीवी सहित सात को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग एवं रांची रेफर किया गया।
होली में मारपीट कर अस्पताल पहुंचने का सिलसिला रविवार देर शाम से शुरू होकर सोमवार देर शाम तक जारी रहा।
वहीं कई क्षेत्रों में स्थिति ऐसी बिगड़ी की प्रशासन को मामला शांत करवाने के लिए पुलिस गश्ती दल को भेजना पड़ा।
घायलों में प्रखण्ड के ग्राम नवडीहा, टिटही, सूजी, केदली, नावाडीह चौपारण, भटबिगहा, बेला अकरूहवा के लगभग 31 लोग घायल हो गए।
सामुदायिक अस्पताल चौपारण से लिए गए रिपोर्ट के अनुसार ग्राम नवडीहा के विजय सिंह, सरिता देवी, चिरंजीवी सिंह, अरबिंद सिंह, बंटी कुमार यादव, गौतम कुमार सिंह, मनोज सिंह, विशाल सिंह, ग्राम टिटही से सतीश कुमार सिंह, अमरेंद्र कुमार सिंह, मणिकांत कुमार सिंह, अवंतिका देवी, ग्राम सूजी से सुरेंद्र रजक, गणेश रजक, गोविंद रजक, ग्राम केदली से दिलचंद यादव, ग्राम नावाडीहा चौपारण से उपेंद्र यादव, ग्राम भटबिगहा से सरयू यादव, सिकन्दर यादव, अरुण यादव, राजेश यादव, टुकन यादव, छोटेलाल यादव, ग्राम बेला पिंटू भुइयां और शंकर भुइयां, नगवां मुनेश्वर साव, चौपारण से अजित कुमार, सिरमा से संजय यादव, पप्पू यादव, जागेश्वर यादव, चोलो यादव, मंटू यादव का नाम घायलों की सूची में हैं।
घायल विजय सिंह नवडीहा ने बताया कि आपसी गोतिया की लड़ाई 39 साल पूर्व 1982 से जमीनी विवाद चल रहा था।
उस लड़ाई में भी काफी खून खराबा हुआ था। जिसमेें 14 आदमी के खिलाफ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया गया था।
39 साल का पुराना झगड़ा होली में वृहद रूप ले लिया और घर में एक-एक कर चार लोगों के साथ मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसमें चिरंजीवी की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है।
जिसका इलाज रांची अपोलो अस्पताल में वेंटीलेटर पर जीवन-मृत्यु के जंग से जूझ रहा है।