रांची: ED ने मनरेगा व अवैध खनन घोटाले (MNREGA and Illegal Mining Scams) में काफी विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी थी।
इसमें बताया गया था कि कैसे पद पर रहते हुए पूजा सिंघल, राम विनोद सिन्हा समेत अन्य आरोपियों ने पैसे कमाए व उन पैसों की मनी लाउंड्रिंग (Money Laundering) की।
ED ने इसी आधार पर पद के दुरूपयोग का मामला मानते हुए PC Act के तहत मुकदमा दर्ज करने की अनुशंसा राज्य सरकार से की थी।
ED ने राज्य सरकार को जानकारी दी थी कि पूजा सिंघल (Pooja Singhal) की 82.77 करोड़ की संपत्ति मनरेगा घोटाले में जब्त की गई है। साथ ही ED ने राज्य सरकार को लिखा था कि वह पूजा सिंघल ये यह पूछे कि उन्होंने इतनी संपत्ति कैसे बनायी।
पूजा सिंघल ने 18.06 करोड़ के घोटाले को दिया अंजाम
साथ ही उनके खिलाफ PC Act के तहत मुकदमा दर्ज करे, क्योंकि सरकारी पद का दुरुपयोग कर उन्होंने यह संपत्ति अर्जित की।
ED ने अपनी जांच में पाया था कि खूंटी में DC रहते हुए 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 के बीच पूजा सिंघल ने 18.06 करोड़ के घोटाले को अंजाम दिया।
मनरेगा घोटाले में फंड उन्हीं के द्वारा जारी किए जाते थे, बदले में उन्होंने दागी इंजीनियर रामविनोद सिन्हा के जरिए पैसे लिए।
गौरतलब है कि ED ने मनरेगा घोटाले (MGNREGA scam) के अतिरिक्त 1000 करोड़ के अवैध खनन के केस में भी सरकार को पत्र लिखा था। इस मामले में भी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी गई थी।