नई दिल्ली: देश का एड-टेक यानी एजुकेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर तेजी से वृद्धि कर रहा है। इस बीच एड-टेक प्लेटफॉर्म वेदांतु ने मंगलवार को कहा कि इसका लक्ष्य अगले तीन महीनों में 2,500 कर्मचारियों को नौकरी देना है।
वेदांतु छोटे कस्बों से लेकर शहरों में गहरी पैठ बनाना चाहता है और इस दिशा में काम करते हुए उसने आने वाले दिनों में अपने उत्पाद, प्रौद्योगिकी, शिक्षा एवं व्यवसाय में 2500 नए लोगों को काम पर रखने का फैसला किया है।
फिलहाल कंपनी 6,000 लोगों को रोजगार प्रदान कर रही है और इस विस्तार के बाद कर्मचारियों की यह ताकत बढ़कर 8,500 हो जाएगी।
कंपनी के अनुसार, नई भर्ती भारत के प्रीमियम बी-स्कूलों और इंजीनियरिंग संस्थानों से प्रवेश स्तर और मध्य-स्तर पर होंगी।
वेदांतु के सह-संस्थापक एवं सीईओ वामसी कृष्ण ने एक बयान में कहा, ऑनलाइन लनिर्ंग अडॉप्शन में उछाल के साथ, हम उच्च संचालित और प्रेरित व्यक्तियों को नियुक्त करना चाहते हैं, जो वेदांतु मिशन का हिस्सा बन सकते हैं।
हम आगे टियर-2 और टियर-3 बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे हैं।
पिछले महीने ई-लनिर्ंग प्लेटफॉर्म ने इंस्टासोल्व का अधिग्रहण किया, जो कि विज्ञान, गणित, आईआईटी-जेईई और नीट के लिए कक्षा छठी से 12वीं तक के छात्रों के लिए एक शंका-समाधान (डाउट सोल्विंग) ऐप है।
हालांकि कंपनी ने अभी कर्मचारियों को दिए जाने वाले वेतन का खुलासा नहीं किया है।
कंपनी के मुताबिक, अधिग्रहण से इसकी शंका-समाधान में वृद्धि होगी और उसकी टियर-2 और टियर-3 बाजारों में उपस्थिति को सु²ढ़ किया जा सकेगा।
तत्काल संदेह-निवारण स्पेस में अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए एडटेक कंपनी में वेदांतु का यह पहला अधिग्रहण है।
पिछले साल, वेदांतु ने इंस्टासोल्व में एक प्री-सीरीज ए फंडिंग के हिस्से के रूप में 20 लाख डॉलर का निवेश किया था।
वेदांतु ने पिछले साल अपने प्लेटफॉर्म पर प्रदान की गई 7.5 करोड़ घंटे की कक्षाओं के साथ छह से सात गुना वृद्धि दर्ज की है।
कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर लाखों लोग के साथ ही छात्र घर से ही काम एवं पढ़ाई कर रहे हैं और इस दौरान प्लेटफॉर्म ने काफी वृद्धि की है।