धनबाद : गबन के एक मामले में सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के विरुद्ध अग्रतर कार्रवाई पर लगे स्टे आदेश को हटाने की अर्जी शुक्रवार को दी गई है।
अर्जी धनबाद के एमपी-एमएलए के विशेष न्यायाधीश अखिलेश कुमार की अदालत में दाखिल की गई है।
अधिवक्ता विनीत वत्स, अमित सिन्हा और बादल पासवान की ओर से दायर इस आवेदन पर सोमवार को मामले में सुनवाई हो सकती है। मंत्री जगरनाथ महतो अभी चेन्नई में इलाजरत हैं।
क्या है मामला
झारखंड कॉमर्स इंटर कॉलेज डुमरी के प्राचार्य डेगलाल राम ने नौ फरवरी 2017 को कॉलेज के अध्यक्ष जगरनाथ महतो, फूलचंद महतो, रामेश्वर प्रसाद यादव, रविन्द्र कुमार सिंह, प्रताप कुमार यादव, मोती लाल महतो, राजेंद्र महतो के विरुद्ध कॉलेज के 27 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगाते हुए शिकायतवाद दर्ज कराया था।
अधिवक्ता विनीत के मुताबिक आरोपितों ने गिरिडीह के ईसरी बैंक ऑफ इंडिया शाखा में फर्जी तरीके से कॉलेज का एकाउंट खोला था।
कॉलेज का बैंक एकाउंट गिरिडीह के इलाहाबाद बैंक में चल रहा था।
आरोप है कि कॉलेज के रुपये को इलाहाबाद बैंक से बैंक ऑफ इंडिया में ट्रांसफर कर लिया गया।
अपने क्षेत्र के लोगों से करने लगे हैं सीधा संवाद भी
इधर चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में विगत 19 अक्टूबर से इलाजरत मंत्री जगरनाथ महतो के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।
अब वे पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहे हैं और हॉस्पिटल परिसर में कर्मियों और परिवार के सदस्यों के सहारे टहलने भी लगे हैं।
चेन्नई के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के जेनरल वार्ड में गत दिनों शिफ्ट हुए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो फरवरी माह तक झारखंड लौट सकते हैं।
उनके परिजनों के अनुसार अब वे सहारे के साथ चलने-फिरने हैं, साथ ही वे प्रतिदिन अपने क्षेत्र के लोगों से सीधा संवाद भी करने लगे हैं।