नई दिल्ली: दिल्ली के नए शैक्षणिक सत्र में कार्य प्रणाली को और बेहतर करने के लिए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को एसएमसी के डिस्ट्रिक्ट व विधानसभा स्तर के सदस्यों के साथ बैठक की।
बैठक में दिल्ली विधानसभा एजुकेशन स्टैंडिंग कमिटी की चेयरपर्सन अतिशी व शिक्षा निदेशक के प्रधान सलाहकार शैलेन्द्र शर्मा भी मौजूद रहे।
इस मौके पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा क्रांति के चार स्तंभ है। इसमें ईमानदारी, शिक्षा को लेकर क्लियर विजन, शिक्षा बजट व शानदार स्कूल मैनेजमेंट कमेटी मॉडल शामिल है।
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी ने प्रतिबद्धता के साथ काम करते हुए इस शिक्षा मॉडल को सफल बनाने का काम किया है।
स्कूल मैनेजमेंट कमेटी अपने नाम नहीं, बल्कि अपने काम से जानी जाती है
यही कारण है कि आज दिल्ली के शिक्षा मॉडल की पूरे देश-दुनिया में चर्चा है। उन्होंने कहा कि 2015 से ही दिल्ली की स्कूल मैनेजमेंट कमेटी ने साथ मिलकर दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के विजन पर काम किया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली के स्कूल मैनेजमेंट कमेटी मॉडल जितना सफल है कोई और एसएमसी नहीं है। और अब हमें स्कूल मैनेजमेंट कमेटी को और बेहतर बनाते हुए आगे लेकर जाना है।
इसके लिए जरुरी है कि स्कूल मैनेजमेंट कमेटी की कार्यप्रणाली को और मजबूत किया जाए व ज्यादा से ज्यादा पेरेंट्स को स्कूलों से जोड़ा जाए ताकि वे भी अपने बच्चे की लनिर्ंग में भागीदार बन सके।
शिक्षा निदेशक के प्रधान सलाहकार शैलेन्द्र शर्मा ने कहा कि दिल्ली की स्कूल मैनेजमेंट कमेटी अपने नाम नहीं, बल्कि अपने काम से जानी जाती है।
स्कूली प्रशासन में पेरेंट्स की भूमिका को बढ़ाने का काम किया है
उन्होंने कहा कि जैसे मिशन बुनियाद स्कूलों में बच्चों के लनिर्ंग गैप को खत्म करने का काम कर रहा है। ठीक उसी प्रकार स्कूल मैनेजमेंट कमेटी भी स्कूल व पेरेंट्स के बीच के गैप को खत्म करने का काम करेगा।
अबतक जिस प्रकार से एसएमसी ने पेरेंट्स को अपने साथ लेकर चलने का काम किया है, वो वाकई में काबिले तारीफ है।
लेकिन अब समय है कि इसे और मजबूती के साथ आगे लेकर जाया जाए, पेरेंट्स को मोटिवेट किया जाए व उन्हें उनके बच्चों की बेहतरी के लिए एसएमसी के साथ जोड़ा जाए।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी एक बेहद संस्थागत रूप से मजबूत हुआ है और इसमें स्कूली प्रशासन में पेरेंट्स की भूमिका को बढ़ाने का काम किया है।
आज दिल्ली के 1000 से अधिक सरकारी स्कूलों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के 16,000 से अधिक सक्रिय सदस्य हैं व 18,000 से अधिक सक्रिय स्कूल मित्र।