रांची: राज्यपाल रमेश बैस (Governor Ramesh Bais) ने कहा कि किसी भी व्यक्ति की सफलता (Success) में शिक्षा (Education) का महत्वपूर्ण योगदान है।
शिक्षा ही तरक्की का द्वार है। शिक्षा वह नहीं है, जो सिर्फ आपके सिलेबस को पूरा करे, नोट्स उपलब्ध करा दें, सूचनाएं प्रदान करे और अच्छे अंक से डिग्री हासिल करा दे।
उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी इस विश्वविद्यालय को शिक्षा का एक प्रतिष्ठित संस्थान बनाने के लिए अथक प्रयास करेंगे।
बैस बुधवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (Dr. Shyama Prasad Mukherjee University) के नवनिर्मित प्रशासनिक भवन, शैक्षिक भवन एवं परीक्षा भवन के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज का युग ज्ञान आधारित युग है और शिक्षण संस्थान हमारे ज्ञान के केंद्र हैं। हमें राज्य में शिक्षा का ऐसा उच्च कोटि का वातावरण तैयार करना होगा कि यहां से सिर्फ विद्यार्थियों का पलायन ही न बंद हो बल्कि अन्य राज्यों से भी विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए उत्सुक हों।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के सर्वांगीण विकास (Development) में मानव संसाधन (Human Resource) का शिक्षित एवं ज्ञानवान होना बहुत जरूरी है।
इस मौके पर कुलपति सहित अन्य लोग मौजूद थे
मानव संसाधन को शिक्षित एवं ज्ञानवान बनाने की अहम जिम्मेदारी हमारे शिक्षकों (Teachers) पर ही है। शिक्षकों के बिना किसी भी सभ्य समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है।
समाज में सदा उनका उच्च स्थान रहा है और उन्हें बहुत सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। समाज को सही दिशा प्रदान करने की एक बड़ी जिम्मेदारी उन पर ही हैं।
सही मायने में, शिक्षक समाज के पथ-प्रदर्शक (Torch Bearers) हैं। हमें गर्व है कि हम जिस माटी से आते हैं, वह बुद्धि व ज्ञान की भूमि रही है। इस मौके पर कुलपति सहित अन्य लोग मौजूद थे।