न्यूज़ अरोमा देवघर: पुलिस ने बुधवार को मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के मुरलीपहाड़ी व पंचरूखी गांव से साइबर अपराध के आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में एक जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव का मो जाफर आलम शामिल है.।
इसके अलावा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के मुरलीपहाड़ी गांव के सुल्तान अंसारी, नसरुद्दीन अंसारी, मो कमाल अंसारी, बादल अंसारी तथा पंचरूखी गांव के इरफान अंसारी, मो इकराम अंसारी व रिजवान अंसारी शामिल है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से साइबर थाना पुलिस ने 12 मोबाइल, 21 सिमकार्ड, 5 बाइक, 9 एटीएम कार्ड, 4 पासबुक, 1 चेक बुक व 68 हजार रुपया नगद बरामद किया गया है।
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस छापेमारी दल गठित कर आठों अपराधियों को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि ये आरोपित गांव के कुछ युवा से फर्जी बैंक अधिकारी बनकर ठगी की कोशिश में थे।
एसपी ने बताया गिरफ्त में आए आरोपित कई तरीकों से आमलोगों को सहायता पहुंचाने के नाम पर उनसे उनके बैंक खाते से संबंधित जानकारी प्राप्त कर लोगों को ठगी का शिकार बनाने का कार्य कर रहे हैं।
गिरफ्तार सभी आरोपी बड़े शातिर तरीके से लोगों को अपना ठगी का शिकार बनाते हैं। पहले तो वह लोगों से ठगी करते ही हैं।
ये फर्जी सिमकार्ड से फर्जी बैंक अधिकारी बनकर आम लोगों को फोन कर एटीएम बंद होने व एटीएम चालू कराने के नाम पर बैंक खाते से संबंधित जानकारी व ओटीपी प्राप्त कर अवैध निकासी करने का काम करते थे।
केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर लोगों से ओटीपी व आधार कार्ड नंबर पूछकर उनके आधार लिंक खाते से अवैध रूप रुपयों की निकासी करने का काम करते थे।
फोन-पे, पेटीएम मनी रिक्वेस्ट भेजकर उनसे ओटीपी प्राप्त कर रुपयों की ठगी किया जाता था। साथ ही उपरोक्त आरोपियों द्वारा गूगल पर विभिन्न प्रकार के वॉलेट एवं बैंक के कस्टमर केयर नंबर का एडवर्टाइजमेंट देकर आम लोगों से आम सहायता के नाम पर भी ठगी की जाती थी।
टीम व्यूवर और क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप्स इंस्टॉल करवा कर गूगल पर मोबाइल नंबर का फर्स्ट 4 डिजिट सर्च कर अपने मन से 6 डिजिट जोड़कर भी उपरोक्त साइबर आरोपियों द्वारा लोगों के साथ ठगी की जाती थी।