मेलबर्न: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के कारण दुनियाभर के कई देश ऊर्जा संकट (Energy Crisis) का सामना कर रहे हैं।
ऐसे में ऑस्ट्रेलिया (Australia) के वैज्ञानिकों (Scientists) ने मिट्टी में मौजूद सामान्य बैक्टीरिया से बने एक ऐसे एंजाइम की खोज की है जो हवा में मौजूद Hydrogen को ऊर्जा (बिजली) में बदल सकता है। उनके मुताबिक, इस Engyme में बिजली बनाने की भरपूर क्षमता है।
यह एंजाइम बिजली बनाने के लिए हाइड्रोजन की कम मात्रा का उपयोग करता
इस एंजाइम का नाम HUC दिया गया है। खोज शीर्ष पत्रिका नेचर में प्रकाशित है। यह उपलब्धि ऑस्ट्रेलिया के मोनाश विश्वविद्यालय (Monash University) के वैज्ञानिकों ने हासिल की है।
उन्होंने दावा किया कि हवा से बनने वाली ऊर्जा बिल्कुल स्वच्छ होगी और इसके कोई अन्य दुष्प्रभाव (Side Effects) भी नहीं होंगे।
खोज से पता चला है कि यह एंजाइम बिजली बनाने के लिए वातावरण में Hydrogen की कम मात्रा का उपयोग करता है। इसके अलावा, यह खोज उन उपकरणों को बनाने का रास्ता खोलती है जो वास्तव में पतली हवा से ऊर्जा बनाते हैं।
वायु की शक्ति को बिजली में बदला जा सकता
वैज्ञानिकों (Scientists) के मुताबिक HUC एक ऐसा तंत्र है, जिसकी मदद से पृथ्वी के अंदर पड़ी ऊर्जा का उपयोग (Energy Use) करने में मदद मिलती है। इससे वायु की शक्ति को बिजली (Electricity) में बदला जा सकता है।
शोधकर्ताओं के मुताबकि, यह वायुमंडल (Atmosphere) में मौजूद Hydrogen की सूक्ष्म मात्रा से भी ऊर्जा का प्रवाह विकसित करता है।
इसका समुचित तरीके से प्रयोग करने पर Electricity की कमी को दूर किया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा, इसका इस्तेमाल ‘हवा से चलने वाले’ उपकरण बनाने में किया जा सकता है।