हाथियों ने बरपाया कहर, दो की मौत के बाद दहशत में ग्रामीण

जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए भागते समय वे गड्ढे में गिर गए, जिससे उनकी जान बच गई लेकिन गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए बसिया रेफरल अस्पताल पहुंचाया, घायलों को तत्काल इलाज के लिए 5,000 रुपये की सहायता राशि दी|

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गुमला: गुमला जिले के विभिन्न प्रखंडों में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा घटना गुरुवार शाम पालकोट प्रखंड के तपकारा और डहुपानी पंचायत में हुई, जहां एक जंगली हाथी ने हमला कर दो लोगों की जान ले ली और तीन अन्य को घायल कर दिया। लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

महुआ चुनने गए दंपति पर हमला

तपकारा पंचायत के बरडीह गांव में 55 वर्षीय इमिल बॉ और उनकी पत्नी 45 वर्षीय कलारा बॉ जंगल में महुआ बीनने गए थे। इसी दौरान एक जंगली हाथी ने उन पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए भागते समय वे गड्ढे में गिर गए, जिससे उनकी जान बच गई लेकिन गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए बसिया रेफरल अस्पताल पहुंचाया।

गांव में घुसा हाथी, दो लोगों की दर्दनाक मौत

इसी दौरान हाथी पड़ोसी गांव देवगांव चापा टोली पहुंचा, जहां उसने 40 वर्षीय अजय मिंज पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद 60 वर्षीय ख्रीस्टोफर एक्का, जो अपने मवेशियों के लिए चारा लाने गया था, को हाथी ने अपनी सूंड से उठाकर पटक दिया। गंभीर रूप से घायल ख्रीस्टोफर को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

इसके बाद हाथी पालकोट के जंगलों को पार कर डहुपानी पंचायत के तेतर टोली जंगल में पहुंचा, जहां 50 वर्षीय हेमावती देवी लाह कटाई कर रही थी। हाथी ने उसे भी पटक कर मार डाला। घटना के बाद वन विभाग की टीम ने घायलों को तत्काल इलाज के लिए 5,000 रुपये की सहायता राशि दी। साथ ही, मृतकों के अंतिम संस्कार और उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।

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