नई दिल्ली: लगातार महिलाओं के साथ दुष्कर्म और ज्यादतियों को लेकर खबरें सामने आ रही हैं। देशभर में इस तरह के मामलों ने चिंताएं भी बढ़ा दी हैं।
सरकार भले ही महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा को लेकर लाख दावे करती हो, लेकिन हालात बिलकुल इसके विपरित दिखाई दे रहे हैं।
ऐसे ही एक शर्मसार करने वाली घटना महाराष्ट्र से सामने आई है। जहां जनता के रक्षक ही महिलाओं के लिए अपराधी बन बैठे। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
महाराष्ट्र में जलगांव के एक होस्टल में कुछ पुलिसवालों ने छात्राओं के जबरदस्ती कपड़े उतरवाकर उसे डांस करने पर मजबूर किया।
इस घटना के बारे में जैसे ही जानकारी सामने आई महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया। विपक्ष ने उद्धव सरकार पर जमकर निशाना साधा।
घटना जलगांव जिले में एक सरकारी होस्टल की है। जहां रहने वाली लड़कियों से पुलिसकर्मियों ने जबरन न्यूड डांस करवाया। इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों की भूमिका को लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
विपक्ष ने खास तौर पर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि महाविकास अगाड़ी सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
पुलिसकर्मियों को पर सख्त कार्रवाई को लेकर भी विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ है।
हरकत में उद्धव सरकार, जांच के आदेश
विपक्षी बीजेपी की तरफ से उठाई गई इस घटना पर संज्ञान लेते हुए राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार ने निश्चित समय-सीमा के भीतर जांच कराने की घोषणा की है।
इस घटना को उठाने वाले बीजेपी की चिखली श्वेता महाले ने कहा- जिन छात्राओं ने पुलिस का सहयोग नहीं किया उन्हें कपड़े उतारकर डांस करने को मजबूर किया गया।
रक्षक पुलिस बनी भक्षक
महाले ने आगे कहा- इस वक्त होस्टल की छात्राएं डर के साए में रह रही हैं। उन्हें जरूर सुरक्षित महसूस कराया जाना चाहिए। यह घटना राज्य के चेहरे पर एक धब्बा है। रक्षक पुलिस ही भक्षक बन गई है।