नई दिल्ली: इंग्लैंड के स्पिनरों को इस समय श्रीलंका के साथ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में एक भी विकेट नहीं मिला और इसने उनकी भारत में विकेट लेने की क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इंग्लैंड को भारत में चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी हैं।
इंग्लैंड को पहले टेस्ट मैच में मिली जीत में डॉम बेस और जैक लीच ने मिलकर 14 विकेट लिए थे।
दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में श्रीलंका ने 381 रन बनाए और इंग्लैंड के स्पिनर ज्यादा प्रभावी नहीं रही।
इंग्लैंड ने आखिरी बार जब भारत का दौरा किया था तो भारत ने 4-0 से जीत हासिल की थी।
उस पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारतीय स्पिनरों ने 30.35 की औसत से 68 विकेट लिए थे।
वहीं इंग्लैंड के स्पिनरों ने 48.1 की औसत से 40 विकेट लिए थे।
इंग्लैंड तीन स्पिनर-मोइन अली, बेस और लीच को लेकर भारत आ रही है।
इनमें से बेस और लीच ने पहले भारत का दौरा नहीं किया है।
भारत के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह ने कहा है कि इंग्लैंड के स्पिनर भारत में सफल होंगे इसे लेकर वे आश्वास्त नहीं हैं।
मनिंदर ने आईएएनएस से कहा, मुझे संदेह है कि वह भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर पाएं।
यहां जिस तरह की विकेट हैं उन पर गेंदबाजी करने के आदि इंग्लैंड के स्पिनर नहीं हैं।
वह अच्छी विकेटों पर गेंदबाजी करते हैं।
टनिर्ंग पिचों पर गेंदबाजी करने कि लिए अलग तरह की काबिलियत की जरूरत है और यह एक कला भी है।
उन्होंने कहा, भारतीय पिचों पर स्पिनरों की लाइन और लैंग्थ अलग होती हैं और उसे लेकर तालमेल बिठाना आसान नहीं हैं।
भारत और इंग्लैंड शुरुआती दो टेस्ट मैच चेन्नई में खेलेंगी और इसके बाद बाकी के दो टेस्ट मैच अहमदाबाद में।
भारत में मौसम गर्म रहेगा और इसका मतलब है कि विकेट भी सूखी होंगी।
मनिंदर ने कहा, उदाहरण के तौर पर, एक बाएं हाथ के स्पिनर के तौर पर एक अच्छी विकेट पर आपकी लाइन ऑफ स्टम्प की होगी जबकि टनिर्ंग विकेट पर उनकी लाइन लेग स्टम्प की होगी।
अच्छी विकेट पर जैसी इंग्लैंड में हैं, अगर आप लेग स्टम्प पर गेंदबाजी करेंगे तो आपको मार पड़ेगी।
बेस और लीच ने कुल 12 टेस्ट मैच खेले हैं लीच ने 40 विकेट लिए हैं और बेस ने 27।
अली श्रीलंका पहुंचने पर पहले टेस्ट मैच से पहले कोविड-19 पॉजिटिव निकले थे।
दूसरे टेस्ट मैच में उन्हें चुना नहीं गया क्योंकि टीम विजयी संयोजन के साथ गई है।