Cannibal Holocaust : कई फिल्में ऐसी होती हैं जो अपने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ जाती हैं, लेकिन कुछ फिल्में ऐसी भी होती हैं जो अपने विवादों के कारण लंबे समय तक याद की जाती हैं।
आज हम ‘Film Friday’ में ऐसी ही एक फिल्म ‘कैनिबल होलोकॉस्ट’ (Cannibal Holocaust) के बारे में बात करेंगे, जिसे पूरी दुनिया में बैन कर दिया गया था।
‘कैनिबल होलोकॉस्ट’ का विवाद और खौफ
1980 में रिलीज़ हुई इटैलियन हॉरर फिल्म ‘Cannibal Holocaust‘ अपने निर्मम दृश्यों और विवादास्पद कथानक के कारण बहुत चर्चित रही।
रग्गेरो देवदातो द्वारा निर्देशित इस फिल्म में नरभक्षी प्रलय से लेकर हिंसा और हत्या के वास्तविक दृश्यों तक सब कुछ शामिल था। फिल्म की बर्बरता इतनी अधिक थी कि इसे कई देशों में बैन कर दिया गया।
जानवरों की हत्या और असली रेप सीन
फिल्म में वास्तविकता को दर्शाने के लिए कई जानवरों की हत्या की गई और असली रेप सीन भी फिल्माए गए, जिससे दर्शकों में भय और आक्रोश फैल गया।
इसके अलावा, फिल्म की Actress Francesca Ciardi ने एक सीन के लिए कपड़े उतारने से मना कर दिया था, लेकिन डायरेक्टर के दबाव में उन्हें वह सीन करना पड़ा। शूटिंग के दौरान कई एक्टर्स ने सेट पर ही उलटियां की और कुछ डिप्रेशन में चले गए।
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी जंगलों में बसे आदिवासियों पर आधारित थी। ‘Cannibal Holocaust’ का हिंदी मतलब है ‘नरभक्षियों का प्रलय’।
डायरेक्टर ने फिल्म को यथार्थ दिखाने की कोशिश में हिंसा और क्रूरता के सीन असली में फिल्माए, क्योंकि उस वक्त VFX जैसी तकनीक उपलब्ध नहीं थी।
डायरेक्टर पर चला केस
फिल्म के विवादास्पद दृश्यों और निर्मम कथानक के कारण डायरेक्टर रग्गेरो देवदातो पर भी केस चला था। Shooting के दौरान की गई क्रूरता और हिंसा ने पूरी दुनिया में सनसनी मचा दी थी, जिसके परिणामस्वरूप फिल्म को कई देशों में बैन कर दिया गया।
निष्कर्ष
‘Cannibal Holocaust’ न केवल अपनी बर्बरता और विवादों के कारण, बल्कि सिनेमा जगत में अपनी अद्वितीयता के कारण भी जानी जाती है।
यह फिल्म आज भी डरावनी फिल्मों के प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है, और इसे देखने का साहस जुटाना हर किसी के बस की बात नहीं है।