एयरपोर्ट पर चेहरा देखकर मिलेगा प्रवेश, पैसेंजर का चेहरा ही होगा बोर्डिंग पास

News Aroma Media
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नई दिल्ली: आने वाले दिनों में पैसेंजर के चेहरे और बायोमैट्रिक की सहायता से एयरपोर्ट पर प्रवेश मिलेगा।

‘डिजी यात्रा’ के तहत शुरू होने वाले सिस्टम के लिए सोमवार से आईजीआई एयरपोर्ट पर ट्रायल शुरू किया गया है जो जापान की कंपनी के साथ मिलकर किया जा रहा है।

फिलहाल, इस टी-3 पर एक एयरलाइंस के साथ शुरू किया गया है, आने वाले समय में एयर इंडिया समेत दो एयरलाइंस और जुड़ जाएंगी।

दिल्ली एयरपोर्ट सूत्रों ने बताया कि इससे पहले टी-3 पर एक बार और ऐसा ट्रायल स्वीडन की एक कंपनी के साथ किया गया था।

लेकिन, यह नया ट्रायल बड़े स्तर पर करने की कोशिश की जा रही है ताकि शुरू करने से पहले इसमें आने वाली दिक्कतों को दूर किया जा सके। अभी यह विकल्प के तौर पर किया जा रहा है।

मसलन, यात्री अगर चाहे तो वह डिजी यात्रा के तहत भी टी-3 से फ्लाइट पकड़ सकता है।

वरना, पहले से चल रही प्रक्रिया से वह अपना सफर जारी रख सकता है। यह घरेलू यात्रियों के लिए ही है।

इस टी-3 के डिपार्चर गेट नंबर-3 के पास लगाया गया है। इससे कई तरह के फायदे होने की उम्मीद है।

आने वाले समय में डिजी सिस्टम से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर नया सिस्टम भी तैयार किया जा सकता है, ताकि उन्हें अन्य यात्रियों के साथ लाइनों में ना लगना पड़े।

डिजी यात्रा सिस्टम के यात्रियों के चेहरे को एक बार सिस्टम में रजिस्टर्ड किया जाएगा।

इसके बाद उन्हें टर्मिनल में प्रवेश करते वक्त अपनी पहचान साबित करने के लिए किसी भी तरह का कोई पहचान पत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी।

यात्री के टर्मिनल में प्रवेश करते ही एयरलाइंस को भी इसका पता लग जाएगा कि वह टर्मिनल के अंदर पहुंच चुका है।

उसका बोर्डिंग पास भी उसके मोबाइल फोन में आ जाएगा।

चूंकि इस सिस्टम में रजिस्टर्ड यात्री की पहले से ही पहचान संबंधित तमाम डिटेल्स सीआईएसएफ, एयरलाइंस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के पास होंगी, तो उस यात्री के कैमरे में चेहरा दिखाते ही फ्लैपगेट ओपन हो जाएंगे।

इसी तरह से सिक्युरिटी होल्ड एरिया में एंट्री करने के लिए सीआईएसएफ चेक पॉइंट पर भी उक्त यात्री का चेहरा कैमरे में दिखाते ही उसकी तमाम डिटेल अधिकारियों के सामने ओपन हो जाएंगी।

यहां सीआईएसएफ उसके बोर्डिंग पास को डिजिटल चेक कर ओके कर देगा।

ऐसे ही हवाई जहाज में बैठने से पहले भी एयरलाइंस अधिकारी इसी सिस्टम के तहत यात्री की जांच करके उसकी बोर्डिंग के लिए हरी झंडी दें देंगे।