मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में 1000 लड़कों के बीच 889 लड़कियों का जन्म (Birth) होता है। जिसके कारण महाराष्ट्र (Maharashtra) में पढ़े-लिखे नौकरी करने वाले युवाओं को भी शादी (Marriage) के लिए लड़कियां नहीं मिल रही हैं।
कई लोगों की उम्र 40 साल तक की हो गई है।लेकिन अभी तक उनकी शादी नहीं हुई। बेरोजगार युवकों (Unemployed Youths) की हालत और भी खराब है।’
दूल्हे के लिबास में घोड़ी पर चढ़कर कुंवारे ने निकाला दूल्हा मार्च
महाराष्ट्र के सोलापुर (Solapur) जिला मुख्यालय (District Headquarters) में दूल्हे (Groom) के लिबास में घोड़ी पर चढ़कर कुंवारे युवकों ने दूल्हा मार्च निकाला।
वह गाजे बाजे के साथ कलेक्टर (Collector) के कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर विवाह कराने की मांग की। ज्योति क्रांति परिषद (Jyoti Kranti Parishad) नाम के संगठन में यह मार्च निकाला था।
बता दें कि ज्ञापन में राज्य सरकार से मार्च में भाग लेने वाले योग्य कुंवारे लोगों के लिए Dulhan की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है।
महाराष्ट्र में लड़कियों की संख्या कम
इस अनोखे मार्च को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। महाराष्ट्र में लड़कियों की संख्या कम होने के कारण लड़कों की शादी नहीं हो पा रही है।यह बड़ी समस्या बन गया है।
कन्या भ्रूण हत्या के कारण यहां लिंगानुपात (Sex Ratio) बहुत कम है। संगठन ने यहां पर हत्या रोकने की मांग भी कलेक्टर से की।