नई दिल्ली: अफगानिस्तान के कंधार शहर में जुमे की नमाज के दौरान एक शिया मस्जिद में हुए विस्फोट में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 90 अन्य घायल हो गए।
बीबीसी की एक हालिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। बीबी फातिमा मस्जिद के अंदर की तस्वीरों में टूटकर बिखरी हुई खिड़कियां और जमीन पर पड़े शव दिख रहे हैं और कुछ अन्य लोग घायलों की मदद करने की कोशिश करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
विस्फोट के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि यह आत्मघाती हमला था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मस्जिद में तीन धमाके हुए।
बीबीसी ने बताया कि इस्लामिक स्टेट की एक स्थानीय शाखा आईएस-के की ओर से हमले की जिम्मेदारी लेने की उम्मीद है।
कंधार अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और तालिबान का जन्मस्थान है, इसलिए आईएस-के द्वारा शहर में हमला, जो तालिबान का बड़ा शत्र है, महत्वपूर्ण है।
पिछले शुक्रवार को उत्तरी शहर कुंदुज में जुमे की नमाज के दौरान एक अन्य शिया मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 50 लोग मारे गए थे।
आईएस-के ने कहा था कि उसने हमला किया है, जो अगस्त के अंत में अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद से सबसे घातक हमला था।
आईएस-के, एक सुन्नी मुस्लिम समूह, अफगानिस्तान में सभी जिहादी आतंकवादी समूहों में सबसे चरम और हिंसक है। सुन्नी मुस्लिम चरमपंथियों ने शिया मुसलमानों को निशाना बनाया है, जिन्हें वे विधर्मी मानते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएस-के ने अफगान सुरक्षा बलों, राजनेताओं और मंत्रालयों, तालिबान, शिया मुसलमानों और सिखों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों, अमेरिका और नाटो बलों तथा सहायता संगठनों सहित अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों को निशाना बनाया है।